प्रदेश में पहले स्थान पर बुलंदशहर की विद्युत सखी

जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की 59 महिलाओं ने बकाया बिजली बिल वसूलने में प्रदेश में पहला स्थान पाया है। सरकार के इस अहम कदम से सरकारी धन की तो अधिकतम वसूली हुई ही है इसके साथ ही महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 07:47 PM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 07:47 PM (IST)
प्रदेश में पहले स्थान पर बुलंदशहर की विद्युत सखी
प्रदेश में पहले स्थान पर बुलंदशहर की विद्युत सखी

बुलंदशहर, जेएनएन। जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की 59 महिलाओं ने बकाया बिजली बिल वसूलने में प्रदेश में पहला स्थान पाया है। सरकार के इस अहम कदम से सरकारी धन की तो अधिकतम वसूली हुई ही है इसके साथ ही महिलाएं आत्मनिर्भर हुई हैं।

केंद्र सरकार ने पावर कार्पोरेशन के साथ संबद्ध कर समूह की महिलाओं को रोजगार का अवसर देने की योजना के अंतर्गत ग्रामीण महिलाओं को घर-घर जाकर बिजली बिल वसूलने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और ऊर्जा निगम के बीच हुए अनुबंध के अनुसार एक बिल की वसूली पर महिलाओं को 20 रुपये का मेहनताना विद्युत विभाग ने जारी किए। जनपद में आदर्श प्रेरणा संकुल संघ की 59 विद्युत सखियों ने 1049 बिलों की एवज में 18 लाख 95 हजार 398 रुपये वसूले हैं। प्रदेश में विद्युत सखियों द्वारा यह वसूली सबसे अधिक है। प्रदेश के जिलों की रैंक

जनपद बिल धनराशि

-बुलंदशहर 1049 18,95,398

-बिजनौर 399 7,98,962

-रामपुर 352 6,43,883

-गाजियाबाद 89 3,46,751

-बागपत 52 2,89,495

-मेरठ 68 1,51,024 इन्होंने कहा..

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 59 विद्युत सखी बनाए गए थे। इन्होंने एक माह में ही 18 लाख से अधिक बिजली के बिल की वसूली कर खुद को साबित किया है। प्रदेश में पहला स्थान पाने पर वे बधाई के पात्र हैं।

-साहित्य प्रकाश मिश्र, जिला विकास अधिकारी।

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