चार फर्मों की सीमेंट बिक्री में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा

बुलंदशहर : सिकंदराबाद क्षेत्र में सीमेंट बिक्री में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। टैक्स बचाने के लिए फ

By Edited By: Publish:Wed, 26 Oct 2016 10:29 PM (IST) Updated:Wed, 26 Oct 2016 10:29 PM (IST)
चार फर्मों की सीमेंट बिक्री में करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा

बुलंदशहर : सिकंदराबाद क्षेत्र में सीमेंट बिक्री में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। टैक्स बचाने के लिए फर्म संचालकों ने केंद्र में बिक्री दर्शाई, जबकि माल की सप्लाई उत्तर प्रदेश में ही कर दी गई। इस तरह से बड़े पैमाने पर टैक्स बचाने का खेल किया गया। दस्तावेजों में खरीद-बिक्री फर्जी मिली। चार फर्मों में 65 करोड़ रुपये के माल पर कर अपवंचन की बिक्री का मामला सामने आ रहा है। वाणिज्य कर कमिश्नर को भी पूरी रिपोर्ट से अवगत करा दिया गया है। वाणिज्य कर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर वीपी कटियार के नेतृत्व में 30 सदस्यीय टीम गठित की गई। टीम ने चारों कंपनियों पर छापेमारी की। अफसरों की छापेमारी से सीमेंट फैक्ट्री संचालकों में हड़कंप मच गया। विभागीय अफसरों की जांच में खुलासा हुआ कि सभी फैक्ट्रियां केंद्रीय बिक्री दर्शा रही थीं, जबकि माल की डिलेवरी उत्तर प्रदेश में ही कर दी गई। विभागीय अफसरों ने बताया कि फर्म संचालकों ने यह पूरा खेल टैक्स बचाने के लिए किया। केंद्र में बिक्री करने पर केवल दो फीसदी टैक्स चुकता करना पड़ता था, उत्तर प्रदेश में टैक्स देने पर 14.5 फीसदी टैक्स देना पड़ता है। 12.5 फीसदी टैक्स बचाने के लिए फर्म संचालकों ने यह हेराफेरी की। इसके अलावा खरीद के अन्य दस्तावेज भी अफसरों को गड़बड़ मिले। अधिकारियों ने सभी फैक्ट्रियों के दस्तावेज सीज कर अपने कब्जे में ले लिए हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि व्यापारियों ने करीब 65 करोड़ रुपये के माल पर टैक्स देने के नाम पर हेराफेरी की। जब्त किए दस्तावेजों का अवलोकन भी अफसरों ने गहनता से शुरु कर दिया है।

इन्होंने कहा..

सिकंदराबाद में हाल में चार सीमेंट फैक्ट्रियों पर छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान फर्म संचालकों ने केंद्र को बिक्री दिखाई। जबकि वास्तविकता में आपूर्ति उत्तर प्रदेश में की जा रही थी। करीब 65 करोड़ रुपये के माल पर कर अपवंचन बिक्री मिली हैं।

- वीपी कटियार, ज्वाइंट कमिश्नर, वाणिज्य कर विभाग।

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