जांच की आंच में झुलसेंगे किसान

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि 2020-21 और 2021-22 का सत्यापन शुरू हो गया है। सत्यापन में करीब 5711 आयकरदाता ऐसे मिले है जो किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 07:24 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 07:24 PM (IST)
जांच की आंच में झुलसेंगे किसान
जांच की आंच में झुलसेंगे किसान

बिजनौर, जेएनएन। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि 2020-21 और 2021-22 का सत्यापन शुरू हो गया है। सत्यापन में करीब 5,711 आयकरदाता ऐसे मिले है, जो किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे है। वहीं इस योजना का लाभ पति-पत्नी और मृत किसानों के स्वजन भी उठा रहे है। सत्यापन में परत-दर-परत खुलने के बाद से अपात्र की श्रेणी में आए किसानों से किसान सम्मान निधि की वसूली की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। केंद्र सरकार ने फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत एक साल में छह हजार रुपये की धनराशि पात्र किसानों को वितरित की जानी थी। इस योजना के पहले चरण में लघु और सीमांत किसानों के खाते में उक्त धनराशि हस्तातंरित की गई। इस योजना के लाभ से खेती कर रहे नौकरीपेशा, व्यवसायिक गतिविधियों में संलिप्त ऐसे कारोबारियों और चिकित्सक और इंजीनियर्स को वंचित किया गया था। इस योजना का सत्यापन ना होने की वजह से अपात्रों की छटनी नहीं हो पाई। अब सरकार ने वर्ष 2020-21 में पांच फीसदी और 2021-22 में दस फीसदी किसान सम्मान निधि के सत्यापन की कवायद शुरू कर दी। जनपद में 22 जून से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का सत्यापन शुरू हो चुका है। सत्यापन कार्य 10 जुलाई तक चलेगा।

-आधार लिक होने पर खुली पोल

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों के खातों से आधार कार्ड लिक किए जाने के बाद इस योजना में अपात्रों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया। अब तक हुए सत्यापन के दौरान 5,711 ऐसे किसान मिले है, जो आयकर जमा कर रहे है। वहीं डोर-टू-डोर सत्यापन के दौरान अब तक 532 ऐसे किसान मिले, जिनकी मृत्यु हो चुकी है, जबकि पति-पत्नी के भी इस योजना का लाभ लिए जाने का मामला पकड़ में आया है।

इनका कहना है-

जनपद में 22 जून से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का सत्यापन शुरू हो चुका है। सत्यापन कार्य 10 जुलाई तक चलेगा। प्रारंभिक सत्यापन में 5,711 ऐसे किसान मिले है, जो आयकरदाता है। अपात्र किसानों से किसान सम्मान निधि की वापसी की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

-गिरीशचंद, उप निदेशक कृषि प्रसार।

-------------------------

chat bot
आपका साथी