लैब का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि

डीएम उमेश मिश्रा ने शनिवार को जिला अस्पताल परिसर में कोरोना वायरस की आरटीपीसीआर जांच के लिए निर्मित होने वाली लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण में लैब निर्माण में अनावश्यक विलंब पर नाराज डीएम ने कार्यदायी संस्था के अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने सीएमओ एवं सीएमएस का भी जवाब-तलब किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 10:54 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 10:54 PM (IST)
लैब का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि
लैब का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर जेई को प्रतिकूल प्रविष्टि

जेएनएन, बिजनौर। डीएम उमेश मिश्रा ने शनिवार को जिला अस्पताल परिसर में कोरोना वायरस की आरटीपीसीआर जांच के लिए निर्मित होने वाली लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण में लैब निर्माण में अनावश्यक विलंब पर नाराज डीएम ने कार्यदायी संस्था के अवर अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। वहीं उन्होंने सीएमओ एवं सीएमएस का भी जवाब-तलब किया।

डीएम ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जिला अस्पताल परिसर पहुंचे और निर्माणाधीन आरटीपीसीआर लैब का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान लैब का निर्माण कार्य अपूर्ण पाए जाने पर संबंधित कार्यदायी संस्था के अवर अभियंता की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि देने का आदेश दिया। वहीं उन्होंने मौके पर मौजूद सीएमओ एवं सीएमएस का निर्माण कार्य में विलंब होने पर जवाब-तलब किया। उन्होंने कहा कि यदि कार्यदायी संस्था निर्धारित समय में कार्य पूरा नहीं करती है, तो काली सूची में डालने के साथ उक्त संस्था से भविष्य में कोई शासकीय कार्य ना कराया जाए। वहीं हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को जल्द से जल्द लैब का निर्माण का कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ एडीशनल सीएमओ डा. एसके निगम, सीएमएस मनोज जैन सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

दुकान निर्माण को मिलेगा अनुदान

बिजनौर: सीडीओ केपी सिंह ने जारी प्रेस रिलीज में कहा कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग उत्तर प्रदेश दिव्यांगजन पुनर्वास हेतु दुकान निर्माण/दुकान संचालन योजना के तहत दुकान निर्माण अथवा क्रय हेतु पात्र लाभार्थी को वित्तीय सहायता के रूप में बीस हजार रुपये की धनराशि स्वीकृति करता है, जिसमें 15 हजार रुपये चार प्रतिशत वार्षिक साधारण ब्याज की दर पर ऋण के रूप, जबकि पांच हजार रुपये की धनराशि अनुदान के रूप में देता है। आवेदनपत्र आनलाइन उपरोक्त वेबसाइट पर अपलोड करना अनिवार्य है।

chat bot
आपका साथी