मोरध्वज किला क्षेत्र में मिल रहीं पौराणिक मूर्तियां

By Edited By: Publish:Mon, 15 Jul 2013 10:46 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jul 2013 10:47 PM (IST)
मोरध्वज किला क्षेत्र में मिल रहीं पौराणिक मूर्तियां

नजीबाबाद (बिजनौर): ग्राम मथुरा मोर में स्थित मोरध्वज किला क्षेत्र में भवन निर्माण या फिर उधर से गुजर रही मालन नदी के किनारे खुदाई के दौरान भगवान शिव, नंदी महाराज, शनिदेव, श्रीगणेश की मूर्ति और विभिन्न कलाकृतियां युक्त पिलर निकल रहे हैं। यह किला पुरातत्व विभाग की सूची में शामिल है।

कोटद्वार मार्ग स्थित ग्राम पंचायत मथुरापुर मोर में राजा मोरध्वज का किला क्षेत्र है। इस क्षेत्र में पिछले कई साल से भवन निर्माण या फिर उधर से गुजर रही मालन नदी के किनारे खुदाई के दौरान भगवान शिव, नंदी महाराज, शनिदेव, श्रीगणेश की मूर्ति और विभिन्न कलाकृतियां युक्त पिलर मिलने की सिलसिला जारी है। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद पुरातत्व विभाग ने मथुरामोर स्थित एक स्थान पर महकमे का बोर्ड प्राचीन किला मंदिर भी लगा दिया है, लेकिन मंदिर की देखरेख का कोई बंदोबस्त नहीं किया।

सूत्रों का कहना है कि प्राचीन किला बाबा मंदिर परिसर में सैकड़ों साल पुराना शिवलिंग है। इसी परिसर में भगवान शिव, नंदी महाराज, शनिदेव, श्रीगणेश की मूर्ति और विभिन्न कलाकृतियां युक्त पिलर, पुरानी ईटें रखी हुई हैं। भवन निर्माण और मालन नदी के किनारे खुदाई में पौराणिक कलाकृतिया युक्त पिलर, देवी-देवताओं की मूर्तियां मिलने का सिलसिला सुर्खियों में आने के बावजूद पुरातत्व विभाग का कोई भी अफसर मौके पर नहीं पहुंचा और न ही स्थानीय अफसरों ने स्थिति का जायजा लेना ही मुनासिब समझा। उधर, इस संबंध में एसडीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री का कहना है कि उन्होंने पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर मोरध्वज किला क्षेत्र में सर्वे कराए जाने के लिए कहा है, ताकि पौराणिक महत्व की मूर्तियों को संरक्षित किया जा सके। वहीं उन्होंने ग्रामीणों को इस क्षेत्र में खुदाई नहीं करने की हिदायत दी है।

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