ग्रामीण इंटेलीजेंस चाक-चौबंद, बढ़ी भूमिका

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) गांव के चौकीदार चुनाव तक पुलिस विभाग के सबसे अहम तंत्र ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 04:46 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 04:46 PM (IST)
ग्रामीण इंटेलीजेंस चाक-चौबंद, बढ़ी भूमिका
ग्रामीण इंटेलीजेंस चाक-चौबंद, बढ़ी भूमिका

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : गांव के चौकीदार चुनाव तक पुलिस विभाग के सबसे अहम तंत्र होंगे। एलआइयू की सूचना पर एक बार पुलिस कर्मी भले ही कुछ देर से मौके पर पहुंचें लेकिन चौकीदार की घंटी बजी नहीं कि हाकिम दौड़ पड़ेंगे। विभाग ने उन्हें हर संसाधन देकर अपग्रेड किया है। एंड्रायड मोबाइल चलाने से लेकर किसी सूचना को पास करने तक के लिए उन्हें ट्रेंड किया गया है। उन्हें ऐसा ट्रेंड किया गया है कि आपके बीच रहकर सूचना भेज देंगे और आपको पता तक नहीं चल पाएगा। इसके लिए उन्हें तीन बार ट्रेनिग देकर दक्ष बनाया गया है।

चुनाव आयोग ने इस चुनाव में जहां तकनीक का खूब इस्तेमाल शुरू किया है वहीं सरकारी मशीनरी को भी टाइट कर दिया है। एक-एक कार्य की मानीटरिग की जा रही है। चूंकि चुनाव में सुरक्षा तंत्र सबसे अहम माना जाता है इसलिए पुलिस विभाग में सबसे अहम कड़ी चौकीदारों को बनाया गया है। इसे लेकर पुलिस विभाग ने चौकीदारों को तीन चक्र की ट्रेनिग दी है। उन्हें एंड्रायड मोबाइल चलाने व सूचना देने के तरीके बताए गए। यहां तक कि भाषायी कोड की भी जानकारी दी गई, ताकि गड़बड़ी करने वाला व्यक्ति भी न समझ पाए कि उसकी शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंच गई है। क्या है भाषायी कोड

: पुलिस विभाग के आइटी सेल ने चुनाव भदोही नाम से नया ह्वाट्सएप ग्रुप बनाया है, इसमें 546 चौकीदारों के साथ सभी थानाध्यक्ष, इंस्पेक्टर, आरआइ, एसआइ, सीओ, एएसपी व एसपी शामिल हैं। चौकीदारों के नाम, गांव, थाना फीड हैं। वे गांवों में बांटी जा रही सामग्री की जानकारी कोड में देंगे। साड़ी बंटने पर 'लाल-पीला', शराब पर 'चाय-पानी' और पैसा बंट रहा हो तो 'भंडारा' लिखकर ग्रुप पर सूचना दर्ज कर देंगे। इन्हीं कोड से पुलिस समझ जाएगी कि कहां क्या हो रहा है। इसी तरह अन्य कोड भी बने हैं। किगमेकर व शराब पर खास नजर

: गांवों में सरकार बनाने वालों की भी कमी नहीं है। घर बैठकर अमुक दल को वोट देने वाले भी हैं। वहीं शराब, पैसा, साड़ी, मुर्गा व अन्य प्रलोभन देने वालों पर खास नजर रखी जाएगी। चौकीदारों को सप्ताह में दो दिन थानों में बुलाया जाता था लेकिन अब चुनाव तक उन्हें थाने में नहीं बुलाया जाएगा। वे गांव में रहकर केवल और केवल खुफिया तंत्र का काम करेंगे। भूमि विवादों की तैयार करेंगे कुंडली

: विभाग का निर्देश है कि चौकीदार ऐसे लोगों की सूची तैयार करें गांवों में जिनका जमीनी विवाद चल रहा है। उन लोगों के बीच मारपीट की नौबत आती है तो तत्काल इसकी सूचना सीधे एसपी को दी जाए। ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके। चुनाव तक ग्रामीण चौकीदार इंटेलीजेंस का काम करेंगे। वह हर छोटी बड़ी सूचना संबंधित थाने के साथ सीओ, एएसपी, एसपी को करेंगे। उनकी सूचना पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी।

- डा. अनिल कुमार, एसपी।

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