कबाड़ हो गया लघु डाल नहर का पंप कैनाल, संकट में किसान

किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए डीघ ब्लाक क्षेत्र के खेमापुर में लघु डाल नहर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Aug 2022 09:49 PM (IST) Updated:Thu, 25 Aug 2022 09:49 PM (IST)
कबाड़ हो गया लघु डाल नहर का पंप कैनाल, संकट में किसान
कबाड़ हो गया लघु डाल नहर का पंप कैनाल, संकट में किसान

कबाड़ हो गया लघु डाल नहर का पंप कैनाल, संकट में किसान

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : सिंचाई सुविधा के लिए डीघ ब्लाक क्षेत्र के खेमापुर में लघु डाल नहर खंड मीरजापुर द्वारा लगाया गया 10 क्यूसेक क्षमता वाला पंप कैनाल देखभाल के अभाव में कबाड़ हो गया। यहां तीन पंप लगे थे, दो पंपों से पानी आता था, एक स्टैंड था। तीनों पंप खराब होने से क्षेत्र के किसान सिंचाई को लेकर परेशान हैं, वहीं विभागीय अधिकारी इसके संचालन को ध्यान नहीं दे रहे हैं। पंप की मरम्मत कराकर चालू करा दिया जाय तो कई गांव के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल जाएगी। साथ ही पैदावार बढ़ने से उनकी तकदीर भी बदल जाएगी।

खेमापुर में ज्ञानपुर पंप कैनाल बनने के पहले 1972 में 10 क्यूसेक क्षमता वाला पंप लगाया गया। इससे नहर में छोड़े जाने वाले पानी से खेमापुर, दुगुना, परसनी, डीघ आदि गांवों के 390 हेक्टेयर क्षेत्रफल की सिंचाई होती थी। ज्ञानपुर पंप नहर चालू होने के बाद इसकी देखभाल कम कर दी गई। धीरे-धीरे इसका संचालन भी बंद हो गया। उधर ज्ञानपुर नहर पंप कैनाल से सिंचाई के लिए डीघ रजवाहा का निर्माण तो जरूर हुआ लेकिन उसमें आज तक टेल तक पानी नहीं पहुंच पाया।

इससे सैकड़ों एकड़ भूमि असिंचित होकर रह गई। पानी के संकट के चलते तमाम किसान खेती करना छोड़ चुके हैं। खेमापुर पंप को ठीक कराकर इसका पानी डीघ रजवाहा में ही छोड़ दिया जाय तो कोनिया क्षेत्र के असिंचित गांवों तक पानी पहुंच जाएगा। किसानों को सुविधा मिल जाएगी। किसानों का कहना है कि मीरजापुर से संचालित होने के कारण विभाग के जिम्मेदार यहां कभी आते नहीं। न ही विभाग से कोई स्थाई कर्मचारी तैनात हैं। दैनिक वेतन पर गांव के दो लोगों को रखा गया है। करोड़ों लागत की पंप कैनाल लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है। क्षेत्रीय किसानों ने जिलाधिकारी का ध्यान इस पंप चालू कराने की मांग की है।

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