प्रतिबंध के दूसरे दिन भी सड़कों पर सन्नाटा, बंद रहीं दुकानें

कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ को लेकर हर कोई सतर्क हैं। गांव से लेकर नगर तक की दुकानें जहां बंद हैं तो वहीं सड़कों और गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रतिबंध के दूसरे दिन भी लोगों का घरों में ही गुजरा। 55 घंटे का प्रतिबंध लगने का पहले से ही जानकारी होने पर हर कोई आवश्यक सामानों की खरीदारी कर घरों में रख लिया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 05:46 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 05:46 PM (IST)
प्रतिबंध के दूसरे दिन भी सड़कों पर सन्नाटा, बंद रहीं दुकानें
प्रतिबंध के दूसरे दिन भी सड़कों पर सन्नाटा, बंद रहीं दुकानें

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ को लेकर हर कोई सतर्क हैं। गांव से लेकर नगर तक की दुकानें जहां बंद हैं तो वहीं सड़कों और गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रतिबंध के दूसरे दिन भी लोगों का घरों में ही गुजरा। 55 घंटे का प्रतिबंध लगने का पहले से ही जानकारी होने पर हर कोई आवश्यक सामानों की खरीदारी कर घरों में रख लिया था। रविवार को हाइवे पर मालवाहक वाहनों को छोड़ एक भी वाहन नहीं चल रहे थे। इधर-उधर बाइक वाले दिख जा रहे थे लेकिन वह भी विशेष परिस्थिति में ही किसी काम से निकले थे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा तो मेडिकल को छोड़ सभी दुकानें बंद रहीं। प्रशासनिक अधिकारियों की टीम लगातार क्षेत्र में भ्रमण करती रही।

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने लिए तीन माह तक प्रभावी लॉकडाउन के बाद भी महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रतिदिन महामारी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। शासन ने 55 घंटे का प्रतिबंध लागू किया है। इस प्रतिबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया था कि गांव और नगर को सैनिटाइज कर लिया जाएगा। इसके साथ ही जहां पर गंदगी मिले उसकी सफाई भी की जाए। तीन दिवसीय प्रतिबंध के समय नोडल अधिकारियों को भी जिले में रहने का निर्देश दिया गया था। इसी क्रम में मंडलायुक्त प्रीती शुक्ला भी तीनों दिन जिला में अलग-अलग स्थानों का भ्रमण किया। साथ ही साफ-सफाई का आवश्यक दिशा अधिकारियों को दी है। कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। घर से निकलते समय मास्क जरूर लगाएं। साथ ही समय-समय पर साबून से हाथ धोते रहें।

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खुले रहे पेट्रोल पंप, नहीं दिखे ग्राहक

आवश्यक वस्तुओं में शामिल पेट्रोल पंप जगह-जगह खुले रहे लेकिन ग्राहक नहीं दिखे। कोरोना को लेकर 14 अप्रैल तक हुए लॉकडाउन से हर किसी की हालत पतली होती दिख रही है। पेट्रोल पंपों पर भी एक भी ग्राहक नहीं दिख रहे हैं। पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। कर्मचारी भी पंप पर बैठकर ग्राहकों के इंतजार में समय गुजार रहे हैं।

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