पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मकसद

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता ¨सह ने कहा कि पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मूल मकसद है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता और उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Feb 2019 10:38 PM (IST) Updated:Wed, 06 Feb 2019 10:38 PM (IST)
पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मकसद
पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मकसद

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता ¨सह ने कहा कि पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना ही आयोग का मूल मकसद है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता और उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महिलाओं को बार-बार थानों का चक्कर न लगाना पड़े। पीड़ित महिला के शिकायतों को प्राथमिकता देते हुए दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता मिलने पर संबंधित अधिकारी को दंडित किया जाएगा।

तहसील स्थित गेस्ट हाउस में महिला उत्पीड़न मामलों की समीक्षा करते हुए आयोग की सदस्य श्रीमती ¨सह ने कहा कि महिलाओं के उत्पीड़न संबंधी शिकायतों को समझाकर सहमति के आधार पर निस्तारण कराया जाए। इसके साथ ही जिले भर से आई पीड़ित महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उसका निस्तारण करने का निर्देश दिया। इस दौरान कुल नौ महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई। इसमें एक का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। इसके पश्चात आयोग की सदस्य ने गोपीगंज स्थित महिला अल्पावास, चिकित्सालय एवं समाज कल्याण, महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह, वृद्धा आश्रम आदि का निरीक्षण किया। चेताया कि शासन के मंशानुरूप अल्पावास आदि संस्थानों में सुविधा उपलब्ध कराए जाए। शिकायत मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर उप जिलाधिकारी अमृता ¨सह, जिला प्रोवेशन अधिकारी मीना श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी उर्मिला देवी आदि थीं।

chat bot
आपका साथी