गंगा किनारे गांव में ठहरेंगे सीएम, परखेंगे 26 जिलों की स्वच्छता
जागरण संवाददाता भदोही गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए एक से पांच जनवरी के मध्य गंगा यात्र
जागरण संवाददाता, भदोही : गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए एक से पांच जनवरी के मध्य गंगा यात्रा निकाली जाएगी। बलिया से शुरू यह गंगा यात्रा तटवर्ती गांवों से होते हुए कानपुर समाप्त होगी। यात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को शामिल होना प्रस्तावित है। गंगा तट पर पड़ने वाले अलग-अलग गावों में विधायक और सांसद रात्रि विश्राम करेंगे। विकास सहित अन्य विभागों को कार्यक्रम को लेकर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
लोकभवन से पत्र जारी होते ही विभागीय अधिकारी चौकन्ना हो गए हैं। सूबे में गंगा यात्रा दो चरणों में निकाली जाएगी। प्रथम चरण में मुख्यमंत्री बलिया में यात्रा का शुभारंभ करेंगे। गंगा नदी 1025 किमी की दूरी 205 किमी प्रतिदिन के हिसाब से पांच दिन में पूरी करनी है। प्रत्येक दिन और प्रत्येक जनपद में एक केंद्रीय मंत्री प्रतिभाग करेंगे। गंगा किनारे पड़ने वाले सभी ग्राम पंचायतों एवं नगर निकायों में विधायक रात्रि विश्राम भी करेंगे। संबंधित जिले में मुख्यमंत्री भी इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं। यात्रा में नदियों को पुनस्र्थापित करने के क्षेत्र में कार्य कर रहे स्थानीय स्तर के ख्याति प्राप्त सामाजिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक एवं स्वयंसेवी संगठनों तथा गंगा की पवित्रता, अविरलता पर कार्य कर रहे संगठनों भी जोड़ने का निर्देश दिया गया है। इन्हें सौंपी गई है जिम्मेदारी : गंगा तट पर पड़ने वाले नगरीय क्षेत्रों में ओडीएफ प्लस के लक्ष्य को पूर्ण करना है। साथ ही सीवर, ड्रेनेज को रोकने, पॉलीथिन को पूर्णतया रोकने ओर गंगा आरती के आयोजन के लिए उचित स्थान चिह्नित करना है। ग्रामीण क्षेत्रों में गंगा तालाब, गंगा मैदान आदि की व्यवस्था से लैस होना चाहिए। शिक्षा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, पशुपालन, कृषि विभाग, उद्यान एवं वन विभाग, पर्यावरण आदि विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ''यात्रा को लेकर तटवर्ती गांव के प्रधान और सचिवों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है। यात्रा की तैयारी के अन्य विभागों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।''
-सरोज पांडेय, जिला समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण।