यौन शोषण की पीड़िताओं ने डीएम कार्यालय पर दिया धरना
संत कुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती के महंत सहित उसके सहयोगियों पर यौनशोषण का मामला दर्ज होने के बाद से अब तक पुलिस मुख्य आरोपित तक नहीं पहुंच पाई है। गिरफ्तारी न होने से क्षुब्ध पीड़िताओं ने सोमवार को डीएम कार्यालय पर धरना देकर आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग की
बस्ती: संत कुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती के महंत सहित उसके सहयोगियों पर यौनशोषण का मामला दर्ज होने के बाद से अब तक पुलिस मुख्य आरोपित तक नहीं पहुंच पाई है। गिरफ्तारी न होने से क्षुब्ध पीड़िताओं ने सोमवार को डीएम कार्यालय पर धरना देकर आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग की।
संत कुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती में रहने वाली दो युवतियों ने 19 दिसंबर को आश्रम के महंत सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उनके सहयोगियों ,परमचेतानंद पुत्र अज्ञात, विश्वासानंद पुत्र अज्ञात, ज्ञान वैराज्ञानंद पुत्र अज्ञात, परमिला बाई पुत्री अज्ञात, कमला बाई पुत्री अज्ञात पर यौनशोषण का मुकदमा दर्ज कराया। मामले में पुलिस 26 दिसंबर को एक और पीड़िता की तहरीर के आधार पर सच्चिदानंद के विरुद्ध यौनशोषण का मुकदमा दर्ज किया था। इसमें प्रमिला बाई, कमला बाई, उर्मिला बाई और ध्यान बाई निवासी संतकुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती पर यौनशोषण के मामले में महंत का सहयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्हे भी नामजद किया गया था। इसके बाद भी पुलिस सच्चिदानंद को नहीं पकड़ पाई। ऐसे में पीड़िताओं ने कुछ दिन पूर्व कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देकर गिरफ्तारी की मांग की। धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने सच्चिदानंद की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर एक बार फिर पीड़िताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि वह तब तक धरना देती रहेंगी जब तक कि मुख्य आरोपित सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की गिरफ्तारी नहीं हो जाती। सीओ सिटी आलोक कुमार ¨सह ने बताया कि नामजद अभियुक्तों में से कुछ की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो शेष हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।