उगते हुए सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अ‌र्घ्य

छठ महापर्व के चौथे दिन बुधवार को खुशहाली, तरक्की, उत्तम स्वास्थ्य, सर्वोत्तम प्रकृति के लिए पूजन-अर्चन हुआ। व्रती महिलाओं का हुजूम भोर में ही नदियों, सरोवरों के तटों पर उमड़ पड़ा। ²श्य अलौकिक और अछ्वुत बना रहा। उगते हुए सूर्य को अटूट श्रद्धा और आस्था के साथ अ‌र्घ्य दिया गया। संतान की दीर्घायु के लिए मंगल कामना की गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:02 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:02 PM (IST)
उगते हुए सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अ‌र्घ्य
उगते हुए सूर्य को व्रती महिलाओं ने दिया अ‌र्घ्य

बस्ती : छठ महापर्व के चौथे दिन बुधवार को खुशहाली, तरक्की, उत्तम स्वास्थ्य, सर्वोत्तम प्रकृति के लिए पूजन-अर्चन हुआ। व्रती महिलाओं का हुजूम भोर में ही नदियों, सरोवरों के तटों पर उमड़ पड़ा। ²श्य अलौकिक और अछ्वुत बना रहा। उगते हुए सूर्य को अटूट श्रद्धा और आस्था के साथ अ‌र्घ्य दिया गया। संतान की दीर्घायु के लिए मंगल कामना की गई। आम जीवन से जुड़े सामान ईख, गाजर, फल, हल्दी, अदरक, सूपा, धूप, कपूर, अगरबत्ती, दीपक आदि छठ माता की वेदी पर अर्पित किया गया। कई जगह तो आधी रात से ही घाट पर बनी वेदियों के सामने व्रती महिलाएं साज-सज्जा के साथ बैठ गईं। मइया का बखान रात भर चला। उनका साथ देने वालों में परिवार के सभी सदस्य और पास पड़ोस की महिलाएं भी शामिल रहीं। भोर होते ही श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर पहुंचा। जैसे ही सूर्य देव की लालिमा आसमान में छाने लगी व्रतियों का हुजूम नदी और सरोवरों में उतर गया। जलते दीपक के साथ उगते सूर्य को अ‌र्घ्य दिया गया। इस दौरान पर्व की महिमा देखते बन रही थी। इसका साक्षी बना कुआनो का अमहट तट। यहां सुबह तक श्रद्धा का सैलाब था। अ‌र्घ्य के बाद महिलाओं ने छठ मइया से मन्नत मांगने के बाद वेदी पर प्रसाद ग्रहण किया। वेदी के ¨सदूर अन्य महिलाओं के माथे पर लगाए गए। पुरुष वर्ग और बच्चों को फल, पकवान, ठोकवा प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। इसके बाद उत्सव खत्म हुआ। सुबह आठ बजे तक अमहट घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई। पुरानी बस्ती क्षेत्र के निर्मली कुंड पर भी श्रद्धा का संगम देखने लायक था। यहां पूरी रात माताएं अपने परिवार के साथ मंगलगान करती रहीं। अटूट आस्था से मइया की विधि विधान से पूजा अर्चना होती रही। सूर्य को अ‌र्घ्य देकर पर्व का समापन हुआ।

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श्रद्धालुओं के सेवार्थ लगाए कैंप

अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा की ओर से छठ महापर्व पर अमहट घाट पर सेवार्थ शिविर लगाया गया। यहां आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को चाय पिलाई गई। सेवादार के रूप में उमेश चंद्र विश्वकर्मा, दीनानाथ शर्मा, नागेंद्र प्रसाद, कपिल देव, देवेंद्र, गुरु प्रसाद, रामकेश, राम अचल, चौथीराम, जेपी विश्वकर्मा, रामजनम मौजूद रहे। भारतीय जनता पार्टी के नगर महामंत्री मनमोहन श्रीवास्तव काजू ने भक्तों के लिए चाय और बिस्कुट की व्यवस्था की। मनमोहन श्रीवास्तव काजू ने कहा यह आयोजन सात वर्षों से हो रहा है। सूरज गुप्ता, उत्कर्ष श्रीवास्तव, कृष्ण मोहन, कुलदीप श्रीवास्तव,अमरेश पाठक ,दीपक गुप्ता,विशाल यादव, चंदन ¨सह, असीष श्रीवास्तव, अभिषेक पांडेय, अनिल पांडेय मौजूद रहे।

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ग्रामीण क्षेत्रों में भी उमड़ी श्रद्धा

छठ महापर्व पर ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। लालगंज संवाददाता के अनुसार मनवर और कुआनो नदी के तटों पर व्रती महिलाओं ने पूरी आस्था के साथ उगते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। हथियांव कला, भक्तुपुर, मसुरिहा, जगरनाथपुर, चौबाह, बारीघाट, बर्तनिया, कुरमौल, जनजंकला, कटया पंडित, बसौढी समेत दर्जन भर गांवों की महिलाएं अपने परिवार के साथ भोर में ही मनवर-कुआनो संगम तट पर पहुंच गई। व्रतियों के समूह ने सूर्य देव को अपनी श्रद्धा अर्पित की। परिवार के सुमंगल की कामना की गई। पूर्व ब्लाक प्रमुख कुदरहा कुमकुम भारती भी उत्सव में शामिल हुईं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लालगंज कस्बा निवासी राजेंद्र मोदनवाल, ओमप्रकाश अग्रहरि और अजय गुप्त ने चाय का फ्री स्टाल लगाया। हर्रैया कार्यालय के अनुसार मनवर नदी तट पर सुबह भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य देने के लिए व्रतियों की भीड़ उमड़ी। सुबह के पूजा के बाद व्रत का समापन हुआ। मौजूद लोगों ने माताओं के हाथ से प्रसाद लिया। रुधौली कार्यालय के अनुसार क्षेत्र पौराणिक सरोवरों के तट पर भी अ‌र्घ्य देने का सिलसिला जारी रहा। भानपुर कार्यालय के अनुसार बक्सई घाट पर कुआनो नदी महिलाओं ने सुबह भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य दिया। बनकटी, मुंडेरवा, बभनान, वाल्टरगंज, टिनिच, बभनान में बड़ी संख्या में व्रती महिलाओं ने सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पित किया।

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