स्वामी प्रसाद के तीन तलाक पर बयान के बाद उनकी बर्खास्तगी की मांग

बस्ती में तीन तलाक के मामले पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर बवाल मच गया है। मुस्लिम संगठनों ने उनको बर्खास्त करने की मांग की है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 29 Apr 2017 12:05 PM (IST) Updated:Sat, 29 Apr 2017 01:55 PM (IST)
स्वामी प्रसाद के तीन तलाक पर बयान के बाद उनकी बर्खास्तगी की मांग
स्वामी प्रसाद के तीन तलाक पर बयान के बाद उनकी बर्खास्तगी की मांग

बस्ती (जेएनएन)। तीखे बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने लंबे समय बाद कल जब चुप्पी तोड़ी तो बड़ा बम फोड़ दिया। बसपा को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या अब योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उनके बयान के बाद मुस्लिम संगठनों ने उनको बर्खास्त करने की मांग की है। 

बस्ती में तीन तलाक के मामले पर कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर बवाल मच गया है। अपने विवादित बयान में मौर्य ने कहा कि मुस्लिम तीन तलाक देकर हवस को पूरा करते हैं और लगातार बीवियां बदलते हैं।

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मौर्या का कहना है कि मुस्लिम अपनी पत्नियों को केवल इसलिए तलाक देते है ताकि वे दूसरी बीवी लाकर अपनी हवस को पूरा कर सके। मौर्या ने कहा तीन तलाक के मुद्दे पर भाजपा मुस्लिम महिलाओं के साथ है। उन्होंने कहा कि यह अब नहीं चलेगा कि मुस्लिम पुरुष जब चाहे अपनी पत्नियों को बेवजह तलाक दे दें। यह लोग तालक देकर अपने बीवी-बच्चों को सड़क पर भीख मांगने पर मजबूर कर देते है। मौर्य ने कहा कि महिलाओं के अधिकार और उन्हें न्याय दिलाने के लिए बीजेपी हमेशा पीडि़त मुस्लिम महिलाओं के साथ खड़ी है। हम किसी भी हाल में उनके साथ गलत नहीं होने देंगे।

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कल बस्ती में स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि मुस्लिम बिना कारण के, बेवजह और मनमाने तरीके से जब चाहे अपनी पत्नियों को तलाक दे देते हैं। उन्होंने कहा कि तलाक देकर वह अपनी हवस को पूरा करने का काम कर रहे हैं। तलाक की वजह से उनकी पत्नी और बच्चों को सड़क पर आना पड़ता है और भीख मांगने के लिए मजबूर होना पड़ता है। 

मौर्या को बर्खास्त करने की मांग

स्वामी प्रसाद मौर्या के इस बयान पर ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने कड़ी आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मौर्या को बर्खास्त करने की मांग की है। मौर्या के इस बयान पर ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने कहा कि एक तरफ मुस्लिम महिलाएं अन्याय के खिलाफ लड़ रही हैं तो दूसरी तरफ स्वामी प्रसाद मौर्या जैसे कैबिनेट मंत्री इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्हें इसकी कड़ी सजा दी जानी चाहिए और पद से हटा दिया जाना चाहिए। अंबर ने कहा कि मैं योगी जी से अपील करूंगी कि स्वामी प्रसाद मौर्या को पागलखाने भेजा जाए।

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हर वादा पूरा करेगी सरकार

श्रम मंत्री मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा लोक कल्याण संकल्प पत्र को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। जनता से किए गए हर वादे को पूरा करेगी। बताया पूर्व की सरकार के कार्यकाल में असुरक्षा के कारण बेटियों ने स्कूल जाना छोड़ दिया था। सरकार ने एंटी स्क्वाड बनाकर बेटियों को इस बात का अहसास कराया है। उनके साथ किसी भी प्रकार की अशोभनीय हरकत सरकार बर्दाश्त नही करेगी। सरकार ने लघु एवं सीमान्त किसानों का कर्ज माफ कर ऐतिहासिक फैसला लिया।

बिजली आपूर्ति की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, अभी और भी स्थिति सुधरेगी। उन्होंने कहा भू माफियाओं पर जल्द ही शिकंजा कसा जायेगा। यमुना को प्रदूषण से बचाने की दिशा में ठोस पहल करने का सरकार ने मन बनाया है, इसके लिए चमड़े के कारखानों में आधुनिक संयत्र लगाये जायेंगे। 

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मायावती पर साधा निशाना

इस कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्या ने बसपा मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि जब मैंने पार्टी छोड़ी तो मायावती ने कहा था कि जो बसपा छोड़ेगा उसकी राजनीति खत्म हो जाएगी, लेकिन हुआ उलटा... राजनीति उनकी खत्म हुई जो मायावती के बंधुआ मजदूर बन कर रह रहे हैं। मौर्या ने कहा कि वह संघर्षों से निकले नेता हैं और मायावती की राजनीति खत्म करके ही दम लेंगे। 

योगी के मंत्री भी बेलगाम

उत्तर प्रदेश में सत्ता में आते ही भाजपा के मंत्री विवादित बयान से काफी सुर्खियों में हैं। हाल ही में कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी ने एक दिव्यांग सफाई कर्मी को लूला लंगड़ा कहा था। स्वामी प्रसाद मौर्या अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते है। विधानसभा चुनावों से पहले मौर्य ने जहां एक तरफ मायावती पर टिकट बंटवारे को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। वहीं उन्होंने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को रिजेक्टेड माल बता दिया था।

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