सरयू नदी का जलस्तर घटने से कटान शुरू

चार किलोमीटर में बना किशनपुर-मोजपुर रिग बांध 14 पुरवों का रक्षा कवच है। इनमें कुल मिलाकर आठ हजार से ज्यादा की आबादी निवास करती है जिसमें लटेरा कोइरी पुरवा नाउ पूरवा पुरानी बाजार रेवटिया कनघुसराउमरिया सेमरा एहतमाली किशुनपुर मोजपुर सहित 14 पुरवा शामिल हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:10 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:10 PM (IST)
सरयू नदी का जलस्तर घटने से कटान शुरू
सरयू नदी का जलस्तर घटने से कटान शुरू

बस्ती: सरयू नदी की कटान से कुदरहा ब्लाक के ग्राम पंचायत बैड़ारी एहतमाली में किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। मदरहवा और टिलियवा पुरवा के नजदीक सरयू नदी का जलस्तर घटने से कटान शुरू हो गई है, जिससे खड़ी फसलें सरयू में विलीन हो रही हैं।

कटान में गन्ना व धान की फसल के अलावा कृषि युक्त भूमि भी नदी में समा रही हैं। सरयू अब मदरहवा गांव की तरफ बढ़ रही है। किसान तो चितित हैं ही आसपास के ग्रामीण भी डरे हुए हैं। किसान कच्ची फसलें भी काटने में जुटे हैं। कलवारी रामपुर तटबंध के दक्षिण में बैड़ारी एहतमाली, मदरहवा, टिलियवा, मईपुर, महुआपार खुर्द व महुआपार कला, गंगापुर सहित आदि गांवों के किसान परेशान हैं। किसान माधवराम यादव ने बताया कि गांव के सामने माहभर से कृषि योग्य भूमि कट रही है। चार बीघा गन्ना फसल बर्बाद हो गई। शिकायत एक माह पूर्व जिले के उच्च अधिकारियों से की गई,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बृजलाल, मोतीलाल, राम लखन, रामफेर, बुझावन, साहबदीन, जमुना प्रसाद पासवान, राम अवध यादव, हीरालाल, वृंदा प्रसाद, घुरहू, राम अवध सहित आदि किसानों ने दर्द बयां किया।

किशुनपुर मोजपुर रिग बांध के पास कटान, ग्रामीणों में दहशत

सरयू नदी का जलस्तर पिछले तीन दिनों से लगातार घट रहा है। जलस्तर घटने से कटान शुरू हो गई है। मंगलवार को पारा गांव के निकट बने ठोकर नंबर एक के पास बैकरोल से व किशुनपुर मोजपुर रिग बांध के निकट लगातार कटान हो रही है। टकटकवा रिगबांध पर भी दबाव बना हुआ है। कटान देख ग्रामीण दहशत में हैं।

आठ हजार आबादी का रक्षा कवच है रिगबांध : चार किलोमीटर में बना किशनपुर-मोजपुर रिग बांध 14 पुरवों का रक्षा कवच है। इनमें कुल मिलाकर आठ हजार से ज्यादा की आबादी निवास करती है, जिसमें लटेरा, कोइरी पुरवा, नाउ पूरवा, पुरानी बाजार, रेवटिया, कनघुसरा,उमरिया, सेमरा एहतमाली, किशुनपुर, मोजपुर सहित 14 पुरवा शामिल हैं। ऊंजी गांव के प्रधान प्रतिनिधि रमेश यादव ने बताया वर्ष 2004 में जिला पंचायत ने रिग बांध का निर्माण कराया था। वर्ष 2008-09 में मनरेगा से इसकी साफ-सफाई और मरम्मत कार्य कराया गया था। अब एक बार फिर प्रशासन की अनदेखी के चलते यह रिग बांध कटने के कगार पर है। सरयू नदी कटान करती हुई रिग बांध से टकराने लगी है। मंगलवार को केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 4 सेंटीमीटर ऊपर 92.77 मीटर पर प्रवाहित हो रही है।

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