नौकरी ज्वाइन करने जा रहे युवक की ट्रेन से कटकर मौत

मुंडेरवा थाना क्षेत्र मंझरिया रेलवे क्रासिग के पास अप ट्रैक पर बुधवार की देर रात 12.25 बजे कुशीनगर जनपद के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के कठकुइयां गांव निवासी अनुराग प्रसाद (32) पुत्र राजेंद्र प्रसाद की अरुणाचल सुपरफास्ट ट्रेन से कटकर घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Aug 2019 11:05 PM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2019 11:05 PM (IST)
नौकरी ज्वाइन करने जा रहे युवक की ट्रेन से कटकर मौत
नौकरी ज्वाइन करने जा रहे युवक की ट्रेन से कटकर मौत

बस्ती: मुंडेरवा थाना क्षेत्र मंझरिया रेलवे क्रासिग के पास अप ट्रैक पर बुधवार की देर रात 12.25 बजे कुशीनगर जनपद के कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के कठकुइयां गांव निवासी अनुराग प्रसाद (32) पुत्र राजेंद्र प्रसाद की अरुणाचल सुपरफास्ट ट्रेन से कटकर घटना स्थल पर ही मौत हो गई। ट्रेन के चालक ने ओड़वारा रेलवे स्टेशन पर इसकी सूचना दी तो स्टेशन मास्टर ने पुलिस को अवगत कराया।

रात में ही मुंडेरवा थाने के उपनिरीक्षक भोलानाथ उपाध्याय पुलिस टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल से कुछ दूरी पर मृतक की टूटी मोबाइल और लैपटाप मिला। मोबाइल से सिम निकाल कर दूसरे मोबाइल में लगाकर घटना की जानकारी परिजनों को दी गई। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। गुरुवार को दिन में 11 बजे मुंडेरवा थाने पर मृतक अनुराग के पिता रेलवे लखनऊ में जेई के पद पर तैनात राजेंद्र प्रसाद पहुंचे। बताया कि बादशाह नगर रेलवे कालोनी में वह पत्नी कमला देवी और छोटे बेटे राजू के साथ रहते हैं।

अनुराग गांव वाले घर पर रह कर एक दुकान चला रहा था। उसकी सचिवालय में नौकरी लगी थी। उसकी ज्वाइनिग 29 अगस्त को होनी थी। वह बुधवार को सुबह 10 बजे पिता से लखनऊ आने के लिए कहा तो उन्होंने उससे कहा कि 24 को जन्माष्टमी में मैं घर आ रहा हूं, साथ में आ जाना। लेकिन पुन: उसने एक बजे फोन करके बताया कि वह लखनऊ के लिए निकल चुका है। इस पर उन्होंने कहा ठीक है आ जाओ।

मृतक अनुराग की शादी 2009 में ही कुशीनगर जिले के जंगल जगदीशपुर निवासी सरोज के साथ हुई थी। उनकी दो संताने हैं जिसमें बिटिया अर्तिका रंजन (7) व बेटा गौरव (3) हैं। उसकी पत्नी और बच्चे गांव पर ही रहते थे।

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मौत को लेकर उठ रहे सवाल

मृतक के गांव कठकुइया से कप्तानगंज रेलवे स्टेशन होते हुए गोरखपुर स्टेशन तक की दूरी 80 किलोमीटर है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब अनुराग घर से लखनऊ के लिए निकला था तो लगभग सवा सौ किलोमीटर दूर मुंडेरवा रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर पश्चिम जगदीशपुर मंझरिया रेलवे क्रासिग गेट तक कैसे पहुंचा। उसके पिता भी बार-बार यही कह रहे थे कि वह पैदल इतनी दूर क्यों और कैसे पहुंचा, वह भी देर रात में। मामला पूरी तरह उलझा हुआ है। उसकी मौत हादसे में हुई या कोई और कारण है, यह पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा।

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