टिकट कटा तो सपा विधायक ने बोली बड़ी बात, अखिलेश यादव के नेतृत्व में नीतियों से भटकी समाजवादी पार्टी

UP Vidhansabha Chunav 2022 मोदी लहर में शाहजहांपुर की अकेली विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का झंडा लहराने वाले विधायक शरदवीर सिंह टिकट कटने से काफी आहत दिखे।जिसके बाद उन्होंने अपने इस्तीफे के जरिए बड़ी बात बोली है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 10:58 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 10:58 AM (IST)
टिकट कटा तो सपा विधायक ने बोली बड़ी बात, अखिलेश यादव के नेतृत्व में नीतियों से भटकी समाजवादी पार्टी
टिकट कटा तो सपा विधायक ने बोली बड़ी बात, अखिलेश यादव के नेतृत्व में नीतियों से भटकी समाजवादी पार्टी

बरेली, जेएनएन। UP Vidhansabha Chunav 2022 : मोदी लहर में शाहजहांपुर की अकेली विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का झंडा लहराने वाले विधायक शरदवीर सिंह टिकट कटने से काफी आहत दिखे।जिसके बाद उन्होंने अपने इस्तीफे के जरिए बड़ी बात बोली है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे गए त्याग पत्र में जहां उन्होंने अपना दर्द व्यक्त किया है वहीं उन्होंने लिखा है कि 1995 में सपा की सदस्यता ग्रहण की। उसके बाद से लगातार जलालाबाद की जनता की सेवा करते आ रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी नेताजी की नीतियों से भटक गई। उनके निर्णय से वह अौर क्षेत्र की जनता आहत है। उन्होंने पत्र में नीरज मौर्य को टिकट दिए जाने की भी आलोचना की है।

पूर्व विधायक को दिया टिकट

सपा ने शाहजहांपुर की सभी सीटो पर टिकट घोषित कर दिए। जिसमें उन्होंने भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए रोशन लाल वर्मा को तिलहर व पूर्व विधायक नीरज मौर्य को जलालाबाद से दो दिन पहले हरी झंडी दे दी थी। जिसके बाद जलालाबाद से मौजूदा विधायक शरदवीर सिंह का टिकट काट दिया। इसके अलावा जिलाध्यक्ष तनवीर खां को शहर, पूर्व विधायक राजेश यादव को कटरा, उपेंद्र पाल सिंह को पुवायां व राजेश वर्मा को ददरौल से सिंबल दे दिए ।

इससे पहले अपने आवास पर शरदवीर ने बताया कि वह अपने समर्थकों के साथ मंत्रणा कर रहे हैं। उनके पास भाजपा या किसी अन्य दल में जाने के विकल्प भी खुले हुए हैं। बुधवार काे अपना निर्णय ले लेंगे। वह लगातार लखनऊ में सपा नेताओं से मिलने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा था।

तीन बार बन चुके विधायक

तीन बार के विधायक शरदवीर सिंह ने 2017 में भाजपा के मनोज कश्यप को चुनाव हराया था। उनके पिता उदयवीर सिंह भी जलालाबाद से कई बार विधायक रहे। इस बार भी उन्हें प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन नीरज मौर्या की सपा में एंट्री के बाद उनके पूरे समीकरण बिगड़ गए। नीरज की दावेदारी शरदवीर पर भारी पड़ गई।

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