गजब : UGC ने दोषी को खुद पर कार्रवाई के लिए भेज दिया पत्र

एक महिला प्रोफेसर के उत्पीडऩ की शिकायत पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने यूजीसी को कार्रवाई के लिए कहा था। मगर यूजीसी ने दोषी प्राचार्य को ही पत्र भेज दिया।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Thu, 11 Apr 2019 12:18 AM (IST) Updated:Thu, 11 Apr 2019 11:25 PM (IST)
गजब : UGC ने दोषी को खुद पर कार्रवाई के लिए भेज दिया पत्र
गजब : UGC ने दोषी को खुद पर कार्रवाई के लिए भेज दिया पत्र

जेएनएन, बरेली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का एक पत्र इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है जिसमें उसकी ओर से दोषी प्राचार्य को खुद पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, एक महिला एसोसिएट प्रोफेसर के उत्पीडऩ की शिकायत मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने यूजीसी को कार्रवाई के लिए कहा था। मगर यूजीसी ने इस मामले में दोषी प्राचार्य को ही पत्र भेज दिया और इसमें उन्हीं से ही कार्रवाई की उम्मीद जताई है। 

मामला मुरादाबाद जिले के हिंदू कॉलेज का है। साइंस विभाग की एक शिक्षिका का आरोप है कि प्राचार्य ने 30 जुलाई 2018 को कार्यभार ग्रहण किया था। उसके बाद उनकी समस्याएं बढऩे लगीं। उन्होंने पूर्व प्राचार्य का नाम भी शिकायत में लिखा है। इन दोनों लोगों के विरुद्ध उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए एमएचआरडी में शिकायत की थी। मंत्रालय में अंडर सचिव संजीव कुमार नारायण ने यूजीसी को इस मामले को कार्रवाई के लिखा। स्पष्ट किया कि कार्रवाई कर शिकायतकर्ता व मंत्रालय को अवगत कराया जाए। यूजीसी ने उपसचिव सरिता मखीजा के हवाले से एक पत्र जारी किया। इसकी कॉपी प्राचार्य को भेजी, जिसमें ग्रीवांस सेल की शिकायत के विषय का जिक्र करते हुए लिखा कि नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाए। यानी प्राचार्य के विरुद्ध शिकायत है और यूजीसी ने उन्हीं से अपने ही खिलाफ कार्रवाई की अपेक्षा जताई है। तीन अप्रैल को यूजीसी की ओर से जारी पत्र कॉलेज पहुंच गया है। इन दिनों यह पत्र कॉलेज में चर्चा का विषय बना हुआ है। 

प्रोफेसर बोले, दोषी से कार्रवाई की अपेक्षा समझ से परे

यूजीसी की ओर से दोषी प्राचार्य को ही पत्र भेजे जाने पर प्रोफेसरों का तर्क है कि जिस शख्स के विरुद्ध आरोप लगे हैं, उनसे कार्रवाई की अपेक्षा समझ से परे हैं। 

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