Road Accident News : छह माह में चली गई 184 लोगों की जान, कागजों में रोकते रहे हादसे

Road Accident News हादसे रोकने के लिए कागजों में तमाम प्रयास किए जा रहे है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत भी प्लान तैयार किए जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 01:58 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:57 PM (IST)
Road Accident News : छह माह में चली गई 184 लोगों की जान, कागजों में रोकते रहे हादसे
Road Accident News : छह माह में चली गई 184 लोगों की जान, कागजों में रोकते रहे हादसे

बरेली, जेएनएन। Road Accident News : हादसे रोकने के लिए कागजों में तमाम प्रयास किए जा रहे है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत भी प्लान तैयार किए जाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन धरातल पर इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। जिस वजह से जनवरी से अब तक 184 लोगों की हादसों में जान चली गई। इसके अलावा 190 लोग घायल भी हो गए। जिनमे कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। इनमें 40 फीसद हादसे लखनऊ दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हैं। हादसों में ज्यादातर की वजह जर्जर सड़कें या फिर तेज गति से वाहन चालना बना है।

आंकड़ों पर नजर

जिले में जनवरी 2021 में 47 हादसे हुए थे। जिसमे 21 लोगों की मौत हुई। जबकि 24 लोग घायल हुए थे। फरवरी माह में 47 हादसे हुए जिसमे 20 की मौत 30 लोग घायल हुए थे। मार्च में 51 हादसे हुए जिसमे 32 की मौत जबकि 28 लोग घायल हुए। अप्रैल माह में 58 हादसों में 39 की मौत 32 घायल हुए। मई में 44 हादसों में 27 की मौत 17 घायल, जून में 59 हादसों में 26 की मौत, 38 घायल हुए। 15 जुलाई तक 36 हादसों में 19 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि जनवरी से अब तक कोरोना कर्फ्यू की वजह से सामान्य दिनों के मुकाबले भीड़ भाड़ भी काफी कम रही है।

फैक्ट फाइल

जनवरी से अब तक

- 342 हादसे में जिले में जनवरी से अब तक हुए

- 184 लोगों की हादसे में मौत जनवरी से अब तक हुई।

- 190 लोग हादसे में जनवरी से अब तक घायल हुए।

गत वर्ष के आंकड़ें

- 667 हादसे वर्ष 2020 में हुए जिले भर में

- 328 लोगों की गत वर्ष जिले में लोगों की हादसे में मौत हुई

- 431 लोग गत वर्ष हादसे में घायल हुए थे

यातायात नियमों का पालन करने से हादसों पर अंकुश लगेगा। लोगों को जागरूक करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिन मार्गों पर गड्ढे है उन्हें भरवाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से भी बात की जा रही है। एस आनंद, एसपी

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