छोटे उत्पादक और कारोबारी को लेकर पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने किया ट्वीट, लिखा- काम धंधा बंद करने को मजबूर कारोबारी

ज्वलंत मुद्दों को लेकर सांसद वरुण गांधी लगातार ट्वीटर पर सरकार को असहज करने वाले सवाल खड़े रहे हैं। अब उन्होंने भ्रष्टाचार-महंगाई और आर्थिक नीतिगत अव्यवस्था का मुद्दा उठाया है। साथ ही ट्वीटर पर मीडिया में प्रकाशित एक खबर को भी अपलोड किया है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:08 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:08 AM (IST)
छोटे उत्पादक और कारोबारी को लेकर पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने किया ट्वीट, लिखा- काम धंधा बंद करने को मजबूर कारोबारी
छोटे उत्पादक और कारोबारी को लेकर पीलीभीत सांसद वरूण गांधी ने किया ट्वीट

पीलीभीत, जेएनएन। ज्वलंत मुद्दों को लेकर सांसद वरुण गांधी लगातार ट्वीटर पर सरकार को असहज करने वाले सवाल खड़े रहे हैं। अब उन्होंने भ्रष्टाचार-महंगाई और आर्थिक नीतिगत अव्यवस्था का मुद्दा उठाया है। साथ ही ट्वीटर पर मीडिया में प्रकाशित एक खबर को भी अपलोड किया है।  उन्होंने ट्वीटर पर उपभोक्ताओं से भावुक अपील करते हुए लिखा कि आनलाइन कंपनियों से खरीदारी करने की बजाय अपने पड़ोस के छोटे दुकानदारों से खरीदारी करके इनका साथ दीजिए। वैश्विक मंदी के समय इन्होंने ही देश की अर्थव्यवस्था को संभाला था।

बुधवार को सांसद ने ट्वीटर पर लिखा कि भ्रष्टाचार, महंगाई और आर्थिक नीतिगत अव्यवस्था के कारण बड़ी संख्या में छोटे उत्पादक और दुकानदार काम-धंधा बंद करने पर मजबूर हैं। सांसद ने लिखा कि एमाजान, वालमार्ट के बजाय अपने पड़ोस के छोटे दुकानदारों से खरीदारी करके इनका साथ दीजिए। वैश्विक मंदी के समय इन्होंने ही देश की अर्थव्यवस्था को संभाला था। सांसद वरुण गांधी ने अभी हाल में ही लखनऊ में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज का वीडियो अपलोड करके लिखा था कि ये भी मां भारती के लाल हैं। जब रिक्तियां हैं और योग्य अभ्यर्थी भी तो भर्ती क्यों नहीं हो रही।

यूपी टीईटी परीक्षा में पेपर लीक होने का मुद्दा भी सांसद ने प्रमुखता से उठाया था। पेपर लीक होने के प्रकरण पर उन्होंने ट्वीटर पर सवाल खड़ा किया कि छोटी मछलियों की बजाय शिक्षण संस्थाओं के राजनीतिक रसूखदारों पर कब सरकार कार्रवाई करेगी। कृषि कानूनों के खिलाफ चले लंबे किसान आंदोलन के दौरान भी सांसद लगातार ट्वीटर पर लिखते रहे हैं। उन्होंने आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को न सिर्फ शहीद बताया बल्कि उनके आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाने की भी मांग की थी। लखीमपुर खीरी हिंसा प्रकरण में सासंद वरुण गांधी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी पर कार्रवाई की मांग कर चुके हैं। 

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