शाहजहांपुर में मनरेगा मजदूर करेंगे स्वरोजगार, महिलाएं बनेंगी कोटेदार
मनरेगा मजदूरों के लिए भावलखेड़ा ब्लाक में कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। करीब 40 श्रमिकों को निर्माण संबंधी तकनीकी ज्ञान अलावा उनकी रुचि के अनुसार अन्य कार्यों जैसे इलेक्ट्रीशियन प्लंबर आदि का प्रशिक्षण दिया गया। ताकि वे मजदूरी के अलावा अन्य कार्य भी कर सकें।
शाहजहांपुर : साल के 100 दिन रोजगार पाने के बाद भी मनरेगा मजदूर खाली नहीं रहेंगे। वे स्वरोजगार करेंगे या फिर कोई दूसरा तकनीकी कार्य। उनके घरों की महिलाएं समूह बनाकर कोटे का संचालन कर सकेंगी।
इसी मुहिम के तहत मनरेगा मजदूरों के लिए भावलखेड़ा ब्लाक में कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर लगाया गया। करीब 40 श्रमिकों को निर्माण संबंधी तकनीकी ज्ञान अलावा उनकी रुचि के अनुसार अन्य कार्यों जैसे इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर आदि का प्रशिक्षण दिया गया। ताकि वे मजदूरी के अलावा अन्य कार्य भी कर सकें। अपनी आय को बढ़ा सकें। ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शरद कुमार सिंह ने कहा कि कौशल विकास के जरिए श्रमिक अन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर ज्यादा काम पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मजदूर अपने घर की महिलाओं के स्वयं सहायता समूह बना सकते हैं। इन समूह के माध्यम से कोटे का संचालन करा सकते हैं, जिससे घर की महिलाएं भी आत्मनिर्भर होंगी। कौशल विकास मिशन के क्षेत्रीय निदेशक एसके आर्य ने प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर योजना के तहत बैंक ऋण से लेकर रोजगार प्राप्त करने के बारे में भी बताया। इंटक के जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने जॉब कार्ड बनवाने, काम मांगने, भुगतान लेने के अलावा मजदूरी भत्ता के बारे में भी बताया।