गरीबों का राशन ले रही थीं सेंथल चेयरमैन की मां
सैकड़ों सुविधा संपन्न लोग गरीबों के हक का राशन डकार रहे थे। डीएम ने शिकायत पर जांच कराई तो उनकी पोल खुल गई।
जागरण संवाददाता, बरेली : साहब ईओ के पद से रिटायर, लेकिन गरीब। बेटा नगर पंचायत का चेयरमैन, लेकिन मां गरीब। किसी के शौहर पुलिस में, किसी के बेटे फौज में, फिर भी सब गरीब हैं। चौंकिये नहीं। यह वह संपन्न लोग हैं जिन्होंने सरकारी मुहर के साथ खुद को गरीबों की जमात में शामिल करा रखा है। बीपीएल कार्ड पर गरीबों के हक का राशन डकारते रहे। एक शिकायत पर प्रशासन ने जांच कराई तब यह खुलासा हुआ।
प्रकरण नवाबगंज तहसील क्षेत्र के सेंथल का है। बीते तहसील दिवस में एसडीएम को कस्बे की बीपीएल सूची में अपात्रों के नाम होने की शिकायत मिली थी। उन्होंने नायब तहसीलदार को जांच सौंपकर दो सदस्यीय समिति बना दी। समिति ने कस्बे की बीपीएल सूची के एक-एक लाभार्थी की जांच की। इसमें कई चौंकाने वाले नाम आए।
चेयरमैन शानू की मां भी बीपीएल सूची में
बीपीएल राशन कार्ड होने की शिकायत में कई दर्जन नाम थे। इनकी पड़ताल में जब तहसील की टीम एक नाम के आगे पहुंची तो चौंक गई। सूची में नगर पंचायत सेंथल के मौजूदा चेयरमैन कंबर एजाज शानू की मां मलिका खातून का नाम था। मलिका के पति एजाज अहमद खुद रिटायर्ड ईओ हैं। इनके अलावा पुलिस, फौज, सरकारी शिक्षक, मदरसा संचालक और कई अच्छे व्यापारियों की मां, पत्नी बीपीएल कार्डधारक निकले। हालांकि, तहसीलदार का कहना है कि चेयरमैन की सौतेली मां के नाम से राशन कार्ड है। उनकी हैसियत की जांच की जा रही है। इन लोगों पर गलत कार्ड के आरोप
-मलिका खातून, यासमीन जेहरा, शीबा परवीन, महताब बानी, सायरा बानो, जवीन जहरा, आमना खातून, शमीम बानो, मासूम फात्मा, अमरीन फात्मा, शाजिया बी, रशीदा खातून, नाजमीन, मेहराव बानो, शाइस्ता, सुनैना, फैयाज बानो, कमर जहां, सरबत जहां, हसीन बनो, राबिया आमीन, कमसिन जहां, नसीम जहां, मिनट आदि नाम शामिल हैं। वर्जन
-शिकायत के आधार पर दो सदस्यीय समिति से जांच कराई गई। इसमें नगर पंचायत अध्यक्ष की मां का राशन कार्ड भी पाया गया है। कई अन्य सरकारी नौकरी, व्यापारी और अच्छी हैसियत वालों के कार्ड भी मिले हैं। रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
-प्रभात कुमार, नायाब तहसीलदार वर्जन
-मेरी मां के नाम गलती से कार्ड बन गया था। उसे कटवाने की संस्तुति कर दी है। चाचा के नाम कम जमीन है। बाकी जो भी अपात्र लोग हैं, जांच कर उनके नाम काटे जाएं।
-कंबर एजाज शानू, अध्यक्ष नगर पंचायत सेंथल