कितने बहादुर हैं हमारे सैनिक, बच्चों को यह समझाने निकली जवानों की टोली

फैजाबाद से बीती 16 अक्टूबर को निकला डोगरा रेजीमेंट केंद्र का दस सदस्यीय दल रविवार को जाट रेजीमेंट सेंटर पहुंचा। यहां दल का स्वागत करने के बाद जेआरसी कमांडेंट शौर्य चक्र व सेना मेडल विजेता ब्रिगेडियर इंद्रजीत सिंह ने नई दिल्ली के लिए रवाना किया।

By Edited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 07:40 AM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 10:23 AM (IST)
कितने बहादुर हैं हमारे सैनिक, बच्चों  को यह समझाने निकली जवानों की टोली
कितने बहादुर हैं हमारे सैनिक, बच्चों को यह समझाने निकली जवानों की टोली

जेएनएन, बरेली : फैजाबाद से बीती 16 अक्टूबर को निकला डोगरा रेजीमेंट केंद्र का दस सदस्यीय दल रविवार को जाट रेजीमेंट सेंटर पहुंचा। यहां दल का स्वागत करने के बाद जेआरसी कमांडेंट शौर्य चक्र व सेना मेडल विजेता ब्रिगेडियर इंद्रजीत सिंह ने नई दिल्ली के लिए रवाना किया। 27 अक्टूबर को पैदल सेना दिवस (इन्फेंट्री डे) के उपलक्ष्य में आयोजित साइकिल रैली फैजाबाद से चलकर लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली से गाजियाबाद होते हुए नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर समाप्त होगी। इस दौरान सैन्य जवान स्थानीय जनसमूह, स्कूली बच्चों व भूतपूर्व सैनिकों तक शांति, सद्भावना और राष्ट्रीय एकता का संदेश पहुंचाएंगे। गौरतलब है कि 71 साल पहले 27 अक्टूबर को कश्मीर घाटी में घुसपैठियों से मुठभेड़ कर उन्हें खदेड़ने की वीरतापूर्ण कार्रवाई की याद में पैदल सेना दिवस मनाया जाता है। समारोह के दौरान स्कूली बच्चे भी मौजूद रहे। जिन्हें भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। उन्‍हें सेना के गौरव के बारे में बताया गया ताकि वे भी इस ओर आगे बढें। देशरक्षा के प्रति अपनी जिम्‍मेदारी को समझें। 

त्रिशूल एयरबेस पर दिखे 'ध्रुव' के हवाई करतब

एयरफोर्स स्टेशन बरेली यानी त्रिशूल एयरबेस के आकाश पर रविवार को कुछ हेलीकॉप्टर एक से बढ़कर एक साहसिक करतब दिखा रहे थे। ये कोई आम हेलीकॉप्टर नहीं बल्कि वायु सेना के एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर थे। सारंग एयर डिस्प्ले नाम से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी, सेना के पदाधिकारियों के साथ आइटीबीपी के जवान व परिवारीजन भी मौजूद थे। मौजूद लोगों ने ध्रुव हेलीकॉप्टर्स के कई फॉर्मेशन में हुए साहसिक करतबों की सराहना की। एयर शो के जरिए हिमवीरों के बच्चों को वायुसेना के बाबत जानकारी मिली व भविष्य में वायु सेना को अपना करियर बनाने की प्रेरणा भी मिली। इस दौरान मौजूद आइटीबीपी क्षेत्रीय मुख्यालय के सहायक सेनानी विकास धनखड़ ने वायु सेना के पदाधिकारियों से भविष्य में भी इस तरह के आयोजन में आइटीबीपी को आमंत्रित करने का अनुरोध किया।

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