दंपती हत्याकांड में फिर बदायूं पहुंची सीबीआइ

बदायूं के चर्चित दंपती हत्याकांड की जांच के लिए सीबीआइ एक बार फिर से बदायूं पहुंची। सीबीआइ जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Jun 2018 11:20 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jun 2018 11:20 AM (IST)
दंपती हत्याकांड में फिर बदायूं पहुंची सीबीआइ
दंपती हत्याकांड में फिर बदायूं पहुंची सीबीआइ

जागरण टीम, बरेली : बदायूं के चर्चित दंपती हत्याकांड की जांच के लिए सीबीआइ एक बार फिर से बदायूं पहुंची। सीबीआइ ने मामले से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ की। साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य साक्ष्य फिर से देखें। सीबीआइ जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश कर सकती है।

वर्ष 2015 में आठ अप्रैल को सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला कटरा ब्राह्मपुर निवासी रिटायर्ड इंजीनियर ब्रजेंद्र गुप्ता और उनकी पत्नी शन्नो देवी की लाश किचन के अंदर मिली थीं। कातिलों ने बेरहमी से दोनों को मौत के घाट उतारा था। घर के दरवाजे के पास मिले तीन दिन के अखबारों से अनुमान लगाया गया था कि पांच अप्रैल को उनकी हत्या की गई। रिटायर्ड इंजीनियर ब्रजेंद्र गुप्ता वर्ष 2007 में बरेली के फर्जी एनकाउंटर में मारे गए मुकुल गुप्ता के पिता थे और केस की पैरवी कर रहे थे इसलिए जिला व पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। इस केस में आइपीएस जे. रवींद्र गौड़ समेत कई पुलिसकर्मी आरोपित थे। मामले की नाजुकता को भांपते हुए आइजी समेत तमाम पुलिस अधिकारियों ने यहां कैंप कर खुलासे का प्रयास किया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। मृतक के बड़े बेटे की मांग पर मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी।

-एनकाउंटर केस में फैसले से पहले नृशंस हत्या :

बरेली में दवा कारोबारी मुकुल गुप्ता को पुलिस ने आतंकी गतिविधियों में शामिल बताते हुए एनकाउंटर कर दिया था। मृतक के पिता रिटायर्ड इंजीनियर बेटे के कातिलों को सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था। साथ ही कई आरोपित पुलिसकर्मियों को जेल भी भेजा गया था। एनकाउंटर केस में फैसला आने वाला ही था कि इसी बीच रिटायर्ड इंजीनियर और उनकी पत्नी की नृशंस हत्या कर दी गई थी।

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