हिस्ट्रीशीटर पाताराम पर बरस रही थी गोलियां, सुनता रहा बेबस भतीजा

हिस्ट्रीशीटर पाताराम को जब गोली लगी तब उसे मौत के खौफ का एहसास हुआ।

By Edited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 12:22 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 12:22 PM (IST)
हिस्ट्रीशीटर पाताराम पर बरस रही थी गोलियां, सुनता रहा बेबस भतीजा
हिस्ट्रीशीटर पाताराम पर बरस रही थी गोलियां, सुनता रहा बेबस भतीजा

जेएनएन, बरेली : हिस्ट्रीशीटर पाताराम को जब गोली लगी तब उसे मौत के खौफ का एहसास हुआ। एक गोली लगने के बाद उसने खुद को बचाने के लिए कमरे में बंद लिया। तुरंत भतीजे देवेंद्र को मोबाइल से कॉल किया और बताया कि उसे गोली मार दी गई है। घबराहट इतनी थी कि लोकेशन बताना ही भूल गया।

भतीजा घटनास्थल से तीन किलोमीटर की दूरी पर था। वह भी बेबस था कि चाचा की कोई मदद नहीं कर पाया। इतने में हमलावर दरवाजा तोड़कर अंदर घुस चुके थे। सामने मौत देख पाताराम का मोबाइल हाथ से छूट गया, लेकिन कॉल डिसकनेक्ट नहीं हुआ। पाताराम को मारी गईं गोलियों की आवाज और उसके साथ पाताराम की चीखें भतीजे मोबाइल पर सुन रहा था।

घटना के बाद खौफजदा भतीजे ने पहले पुलिस को यह नहीं बताया। पुलिस ने सर्विलांस का सहारा लेकर कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि पाताराम के मोबाइल से पांच बजकर 36 मिनट पर उसके भतीजे देवेंद्र को की गई थी। इसी दौरान पाताराम का मर्डर हुआ था। जब पुलिस ने भतीजे देवेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि चाचा ने पूरी कहानी बताई। हत्या के बाद शव घसीटकर लाए थे हत्यारे पाताराम के सिर और सीने में छह गोलियां मारने के बाद भी हत्यारे शव घसीटकर बाहर लाए और उसके बाद आराम से कुछ देर खड़े रहे, जब पाताराम की सांसें थम गई तब वहां से गए।

इलाके में वर्चस्व और दबंगई दिखाने के लिए हत्यारों ने वहीं पर रुककर कुछ देर बात की फिर पाताराम की स्कॉर्पियो कार से फरार हो गए। पुलिस ने गोली मारने के आरोपित विवेक उर्फ जट्टा और बंटू यादव समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाया है। यह थी घटना सदभावना कॉलोनी में संजय दीवान के मकान में हिस्ट्रीशीटर पाताराम की शुक्रवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दूसरे दिन पाताराम के भाई लालाराम ने विवेक उर्फ जट्टा, बंटू यादव, बंटी, नवल, रक्षपाल, और हिम्मत सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस को गोलियां चलने की सूचना एक जनप्रतिनिधि के द्वारा मिली थी।

सीसीटीवी में बदायूं की ओर जाते दिखी पाताराम की स्कॉर्पियो रविवार को पुलिस ने बदायूं रोड पर स्थित बैंक शाखा के बाहर लगा सीसीटीवी कैमरा चेक किया, जिसमें पाताराम की स्कॉर्पियो बदायूं की तरफ जाती दिखी। पुलिस ने फुटेज को कब्जे में ले लिया है। आशंका जताई जा रही है कि हत्यारे बदायूं होते हुए उत्तराखंड की ओर निकल गए। जट्टा के खाते में छात्र ने डाले दस हजार, हिरासत में हत्यारोपित जट्टा और उनके साथियों के पास रुपये नहीं थे।

जट्टा ने फरार होने के बाद बरेली कॉलेज के छात्र मुहल्ले के ही रिटायर्ड फौजी के बेटे को फोन किया था। जट्टा ने उससे मुहल्ले के एक दुकानदार से बात कराने को कहा तो छात्र ने मोबाइल से बात कराई। जिसके बाद दुकानदार ने छात्र को 10 हजार रुपये दिए थे, जिसे छात्र ने उसके खाते में डाल दिया। पुलिस ने छात्र व उसके एक अन्य दोस्त समेत चार को पूछताछ के लिए उठा लिया है।

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