Agriculture Meeting News : बरेली में अफसरों से बोले कमिश्नर, चावल का निर्यात बढ़ाने से मिलेगा किसानों को फायदा

Agriculture Meeting News मंडलायुक्त ने कमिश्नरी सभागार में आयोजित ‘कृषि एवं अन्य संवर्गीय विभागों में विकास की संभावनाओं पर विचार विमर्श’ विषय पर बैठक ली। चावल निर्यात को बढ़वा देने के साथ बरेली मंडल में मक्का की खेती को बढावा देने पर भी चर्चा हुई।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 01:10 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 01:10 PM (IST)
Agriculture Meeting News : बरेली में अफसरों से बोले कमिश्नर, चावल का निर्यात बढ़ाने से मिलेगा किसानों को फायदा
Agriculture Meeting News : बरेली में अफसरों से बोले कमिश्नर

बरेली, जेएनएन। Agriculture Meeting News : मंडलायुक्त ने कमिश्नरी सभागार में आयोजित ‘कृषि एवं अन्य संवर्गीय विभागों में विकास की संभावनाओं पर विचार विमर्श’ विषय पर बैठक ली। चावल निर्यात को बढ़वा देने के साथ बरेली मंडल में मक्का की खेती को बढावा देने पर भी चर्चा हुई। मक्का की खेती अन्य फसलों की अपेक्षा कम लागत में होती है। बरेली से पड़ोस के उत्तराखंड में इसकी मांग और खपत भी अधिक है।

उद्यान विभाग द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि मंडल में आलू के निर्यात और इसके उत्पादन को बढ़ावा देने तथा इसके स्टरोज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंडल में 128 कोल्ड स्टोरेज हैं, जिनमें आलू तथा बरेली के एक कोल्ड स्टोरेज में सब्जी आदि का भी स्टोरेज कराया जा रहा है। शिमला मिर्च की खेती को बढावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

बदायूं में मशरूम उत्पादन में लगे 35 कृषक समूहों को क्लस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत औषधीय पैधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयत्न किए जा रहे हैं। बरेली में सतावर और अश्वगंधा का उत्पादन पहले की अपेक्षा काफी बढ़ा है। मंडलायुक्त ने कहा कि जिस खेती में अधिक लाभ हो उसके बारे में किसानों को विशेषज्ञों के माध्यम से गोष्ठियां कराकर अवगत कराएं, उन्हें प्रेरित करें। मत्स्य विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत कार्य किए जा रहे हैं।

मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार ने कहा कि नए तालाबों को तैयार करने पर प्रयास करें। पशु टीकाकरण के कार्य की समीक्षा खुद हर पंद्रहवें दिन पर करें। न्याय पंचायत स्तर पर गोबर एकत्र कर उससे खाद बनाने के कार्य में लगे महिला स्वयं सहायता समूहों की प्रगति को जाकर स्वयं देखें। दुग्ध समितियों को पुनर्गठित कर उन्हें सक्रिय करें।

बैठक में गन्ना विभाग की ओर से प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट में कहा गया कि मंडल में इस वर्ष 56680 हेक्टेयर क्षेत्र में सहफसली गन्ने की खेती हुई है। जिससे किसान सीधे लाभान्वित हुए हैं। मंडल में गन्ने का औसत उत्पादन 760.87 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रहा है। मंडल में 277 महिला स्वयं सहायता समूह इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं जिनमें 4979 सदस्य हैं। मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार ने रेशम उत्पादन के फार्म के स्थलीय निरीक्षण के लिए संयुक्त आयुक्त से कहा कि वे प्रोग्राम में इसे ज़रूर शामिल कर लें।

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