13.48 करोड़ के खर्च काटे, कम की 7.71 करोड़ की आय

नगर निगम में शनिवार को कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Dec 2018 01:07 AM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 01:07 AM (IST)
13.48 करोड़ के खर्च काटे, कम की 7.71 करोड़ की आय
13.48 करोड़ के खर्च काटे, कम की 7.71 करोड़ की आय

जेएनएन, बरेली : नगर निगम में शनिवार को कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई। बैठक में 411 करोड़ रुपये का पुनरीक्षित बजट पेश किया गया। इसमें 308 करोड़ रुपये की प्राप्तियां और 322 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया। कार्यकारिणी सदस्यों ने बैठक में आय-व्यय के कई प्रस्तावों पर चर्चा की। करीब ढाई घंटे चली बैठक में आय-व्यय की मदों में संशोधन के बाद बजट पास कर दिया गया। बैठक में महापौर डॉ. उमेश गौतम, उपसभापति अतुल कपूर, अवनेश कुमार, रूपकिशोर, विनोद सैनी, हरनाम सिंह, अनुपम चमन, ऊषा उपाध्याय, अब्दुल कयूम मुन्ना, सलीम पटवारी, इकबाल बिल्डर, मुहम्मद अंजुम समेत नगर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

आय की मदों में की कटौती

कार्यकारिणी समिति ने आय की मदों में करीब 7.71 करोड़ रुपये की कटौती की। सितंबर माह तक हुई आय के हिसाब से बजट को कम किया गया। जिन मदों से आय नहीं हो रही थी या काफी कम थी, उसे घटा दिया गया।

खर्च काफी कम कर दिया

पुनरीक्षित बजट में खर्च की मदों में करीब 13.48 करोड़ रुपये तक की कमी की गई। शुरुआती बजट में जहां खर्च बहुत कम या बिल्कुल भी नहीं हुआ है, वहां से खर्च को कम कर दिया गया। नगर निगम निधि व एसएफसी के तहत निर्माण कार्यो के लिए खर्च बढ़ाने का निर्णय लिया गया।

आय के इन साधनों को घटाया

मद - पहले - अब

उच्चतर माध्यमिक - 80 हजार - 15 हजार

रोड कटिंग निर्माण - दो करोड़ - एक करोड़

जल की बिक्री - बीस लाख - दस लाख

मीटरों का किराया - 12 लाख - छह लाख

शेल्टर होम - दस लाख - पांच लाख

कान्हा उपवन - 16 करोड़ - दस करोड़

शुल्क से प्राप्तियां - 1.5 करोड़ - एक करोड़ व्यय की इन मदों में कटौती

मद - पहले - अब

स्मार्ट सिटी - एक करोड़ - 25 लाख

मरम्मत एवं अनुरक्षण - 3.5 करोड़ - 2.5 करोड़

भैंसा गाड़ी - पांच लाख - शून्य

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन - 1.25 करोड़ - 50 लाख

संयंत्र व आकस्मिक व्यय - दो करोड़ - 1.50 करोड़

डीजल - छह करोड़ - 5.50 करोड़

बिजली व्यय - नौ करोड़ - आठ करोड़

नए निर्माण कार्य - तीन लाख - एक लाख

पार्क सुंदरीकरण - तीन करोड़ - दो करोड़

पार्क का रखरखाव - चार करोड़ - दो करोड़

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