संपत्ति के लिए हत्या करने वालों पर पुलिस मेहरबान

By Edited By: Publish:Wed, 20 Aug 2014 10:25 AM (IST) Updated:Wed, 20 Aug 2014 10:25 AM (IST)
संपत्ति के लिए हत्या करने वालों पर पुलिस मेहरबान

सतरिख (बाराबंकी) : संपत्ति के लिए अपहरण के बाद हत्या कर शव गायब करने के आरोपियों पर जैदपुर पुलिस मेहरबान है। नामजद मुकदमा दर्ज होने के आठ माह बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गई है। विवेचना कौन कर रहा है। यह भी पता नहीं है। पुलिस के रवैये से नाराज पीड़ित ने मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत की है।

मामला जैदपुर थाना क्षेत्र के अब्दुल्लापुर गांव का है। यहां के निवासी रामसरन बीते एक वर्ष से लापता है। रामसरन की पुत्री जलमावती का कहना है कि उसके कोई और भाई बहन नहीं हैं। उसकी शादी के बाद पिता घर पर अकेले रहते थे। वह अपनी संपत्ति उसके नाम लिखाना चाहते थे लेकिन उसके चाचा व उनके पुत्र इस बात का विरोध करते थे। इसी से वह लोग नाराज रहते थे। जलमावती ने बताया कि बीते वर्ष उसके पिता का अपहरण कर हत्या कर दी गई और राज न खुले इसलिए शव को ठिकाने लगा दिया गया। भइया दूज पर वह अपनी ससुराल ग्राम लखौरा लोनीकटरा से मायके अब्दुल्लापुर पहुंची तो इस मामले की जानकारी हुई थी। पीड़िता का कहना है कि जैदपुर थाने जाकर उसने पुलिस को दास्तान सुनाया था किंतु सुनवाई नहीं हुई थी। इस पर न्यायालय के आदेश पर 29 नवंबर 2013 को चाचा अवधराम, संजू व मुन्ना के विरुद्ध हत्या कर शव गायब करने का अभियोग दर्ज हुआ था।

रामसरन की पुत्री का आरोप है कि पुलिस मामले को दबा रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद किसी को पकड़ा नहीं गया। आरोपी गांव में घूमकर उसे धमका रहे हैं। आरोप है कि इसके लिए पुलिस अपना स्वार्थ सिद्ध कर रही है। विवेचना कौन कर रहा है उसे बताया कि नहीं जा रहा है।

कोतवाल जैदपुर अनिरुद्ध सिंह का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो सीयूजी मोबाइल उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार ने रिसीव किया। उनका जवाब था साहब व्यस्त हैं। बाद में बात करेंगे।

अब पुत्री की जान के लाले

सतरिख : जैदपुर पुलिस की उदासीन कार्यप्रणाली से एक महिला को अपनी जान का खतरा महसूस हो रहा है। यह महिला कोई और नहीं बल्कि अब्दुल्लापुर के रामसरन की पुत्री जलमावती है। जलमावती का कहना है कि पिता के हत्यारे अब उसकी जान के दुश्मन बन गए हैं। कभी भी उस पर हमला हो सकता है।

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