जनक-जननी महोत्सव में माता-पिता की हुई आरती
जनक-जननी महोत्सव में माता-पिता की हुई आरती
बाराबंकी : सफदरगंज स्थित पारिजात संस्थान में मंगलवार को जनक-जननी महोत्सव का आयोजन हुआ। इसमें जीवित माता पिता की पूजा-आरती कर उन्हें भोजन कराने की अनूठी परंपरा निभाई गई। यह आयोजन पिछले 24 साल से हो रहा है। हर साल अपने माता-पिता को महोत्सव में लाकर पूजा-आरती करने वालों की संख्या बढ़ रही है।
इस अनूठे आयोजन की शुरुआत पारिजात संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष एवं बछरावां विधायक रामनरेश रावत ने शुरू की थी। महोत्सव में रामनरेश रावत व उनकी पत्नी सरोज रावत सहित अन्य कई गणमान्य लोग शामिल हुए। लोगों ने अपने-अपने माता-पिता को माला पहनाकर रोली चंदन लगाया। उनकी आरती उतारी। मिठाई के साथ ही अच्छा भोजन कराया। नए वस्त्र भी भेंट किए। अपने बच्चों से सम्मान पाकर बुजुर्गों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। देव तुल्य हैं माता-पिता : रामनरेश रावत ने कहा कि माता पिता देवता के समान होते हैं। वास्तविक जीवन में माता-पिता की सेवा और सम्मान करने से हर संतान को वैसा ही फल और सुख प्राप्त होता है जैसा ईश्वर की पूजा अर्चना से। महोत्सव में दौलतपुर, भटपुरवा, बिलौली महाराज, अगौली, पूरेकोट, मसौली, इचौलिया, मिर्जापुर, राजापुर, सिहाली, चंदवारा, मुनेरी, गगियापुर, कदिराबाद, धेड़िया व मुबारकपुर समेत 216 गांवों के लोग शामिल हुए। रामनरेश रावत ने बताया कि वह ऐसे आयोजन रायबरेली की बछरावां विधानसभा क्षेत्र के गांवों में भी कराएंगे।
महोत्सव में बछरावां के भाजपा मंडल अध्यक्ष हरे कृष्ण पांडेय, सरदार फत्ते सिंह, विद्या सागर अवस्थी, नीरज शुक्ला, वीरेंद्र गौतम, बृजेश शुक्ल, आशीष मिश्र, अयोध्या प्रसाद, सतीश विश्वकर्मा, राम लखन रावत, जगतजीत सिंह आदि मौजूद रहे।