समूची संस्कृति की आग का ही नाम ¨हदी है..

जागरण संवाददाता, बांदा : ¨हदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। वक्ताओं ने ¨हदी की समृ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Sep 2018 11:53 PM (IST) Updated:Fri, 14 Sep 2018 11:53 PM (IST)
समूची संस्कृति की आग का ही नाम ¨हदी है..
समूची संस्कृति की आग का ही नाम ¨हदी है..

जागरण संवाददाता, बांदा : ¨हदी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। वक्ताओं ने ¨हदी की समृद्धता एवं विकास पर विचार व्यक्त किए। ¨हदी दिवस का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश चंद्रभान ने दीप जलाकर किया।

न्यायालय के बहुखंडीय भवन में ¨हदी दिवस का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जनपद न्यायाधीश चंद्रभान ने दीप प्रज्जवलित कर कहा कि बच्चा जन्म लेते ही मां शब्द उच्चारित करता है। प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश साकेत बिहारी दीपक ने रामधारी ¨सह दिनकर की पंक्तियों का पाठ किया। ख्यातिलब्ध साहित्यकार डा.चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित ने कहा कि संपूर्ण आर्यावर्त की भाषा ¨हदी है। उसमें भारतीय अस्मिता व आत्म स्वाभिमान व प्रेम का संदेश देने की अपरिमित शक्ति है। बाबूलाल गुप्त ने प्रवासीय मजदूरों द्वारा ¨हदी के विकास की महत्ता का उल्लेख किया गया। रामकृष्ण त्रिपाठी, अपर जिला जज रजनीश मोहन, यज्ञेश आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन विद्यासागर द्विवेदी ने किया।

इसी तरह राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मुख्य अतिथि पं.जेएन कालेज के प्राचार्य नंदलाल शुक्ल ने कहा कि ¨हदी हमारी राष्ट्रीय पहचान है। फतेहपुर के वरिष्ठ कवि और आलोचक चंद्र कुमार पांडेय ने कहा कि ¨हदी जन भाषा है। अध्यक्षीय उदबोधन में प्राचार्य डा.बालकृष्ण पांडेय ने कहा कि ¨हदी ने वैश्विक पहचान और स्वीकृति का दायारा बढ़ाया है। इतिहास विभाग की अध्यक्ष डा.रजनी भार्गव ने सूरीनाम और मारीशस में ¨हदी के विस्तार, डा.राजनारायन, प्रवक्ता डा.अंकिता तिवारी डा.शशिभूषण, अंकिता, सुदक्षणा ¨सह, शबाना, रंजना देवी, प्रिया नामदेव आदि ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर डा.सबीहा रहमानी, डा.दीपाली गुप्ता, डा.जितेंद्र कुमार, डा.मेवादेव आदि मौजूद रहे।

एक अन्य कार्यक्रम में पं.जेएन कालेज में भी ¨हदी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। ¨हदी विभाग के अध्यक्ष डा.अश्वनी कुमार शुक्ल, डा.जितेंद्र बाजपेयी ने ¨हदी की विशेषताओं, उसकी सार्थकता पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि डा.चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित ने कहा कि समूची संस्कृति की आग का ही नाम ¨हदी है, करोड़ों कंठ के उस राग का ही नाम ¨हदी है का सस्वर पाठ किया। डा.ज्ञानप्रकाश तिवारी ने ¨हदी की ऐतिहासिकता पर विचार व्यक्त किए। डा.देवलाल मौर्य ने ¨हदी की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान डा.निर्मला शर्मा, डा.भारती पांडेय, डा.अनुराधा रंजन, डा.अजित कुमार त्रिपाठी, डा.एसके ¨सह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में ¨हदी विषय में 2018 की स्वर्ण पदक विजेता कविता और प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण रजनी ¨सह को सम्मानित किया गया। कालेज के प्राचार्य डा.नंदलाल शुक्ल ने सभी का आभार जताया। राजकीय हाइस्कूल बड़ोखर बुजुर्ग में प्रधानाचार्य डा.शशि मिश्रा की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ। संवाद सहयोगी अतर्रा के अनुसार नगर के ब्रह्म विज्ञान इंटर कालेज में ¨हदी दिवस पर निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित की गयी। स्वच्छता पखवारा के अंतर्गत स्वच्छ भारत अभियान विषय पर आधा सैकड़ा छात्र-छात्राओं ने निबंध लिखे। जिसमे नरेन्द्र प्रजापति कक्षा-9 प्रथम स्थान, उमाकान्त कक्षा-10 द्वितीय, श्रेया सोनी कक्षा-9 ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। परीक्षा का संचालन शिक्षक चेतराम एवम राजेंद्र पटेल ने किया। प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी ने सभी को बधाई दी।

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