इधर सुपुर्द-ए-खाक हुआ मुख्तार अंसारी, उधर बांदा जेल पहुंचे डीएम-एसपी और जज

कभी हार न मानने वाले कभी न हारने वाले मुख्तार अंसारी आखिरकार जिंदगी और मौत की जंग में हार गया।माफिया मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार सुबह करीब 11 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। वहीं मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। अंसारी की मौत के साथ ही मौत मामले में जांच तेज कर दी गई है।

By Jagran NewsEdited By: Riya Pandey Publish:Sat, 30 Mar 2024 02:22 PM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2024 02:22 PM (IST)
इधर सुपुर्द-ए-खाक हुआ मुख्तार अंसारी, उधर बांदा जेल पहुंचे डीएम-एसपी और जज
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद मामले की जांच करने बांदा जेल पहुंचे जिला जज, डीएम व एसपी

HighLights

  • कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुपुर्द-ए-खाक किया गया मुख्तार
  • बीते गुरुवार को बांदा जेल में हार्ट अटैक से हुई थी मुख्तार की मौत

जागरण संवाददाता, बांदा। Mukhtar Ansari News: मुख्तार अंसारी की मौत मामले में जांच तेज कर दी गई है। जिला जज व डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल एसपी अंकुर अग्रवाल ने जेल में मुख्तार अंसारी प्रकरण (Mukhtar Ansari Case) से संबंधित जांच की। जेल का निरीक्षण भी किया है। संबंधित पत्रावलियों को देखा गया। हालांकि बाहर निकलने पर उन्होंने मीडिया कर्मी को कोई जवाब नहीं दिया है। 

मुख्‍तार का शव कालीबाग कब्रिस्तान में हुआ सुपुर्द-ए-खाक

माफिया मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार सुबह करीब 11 बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मुख्तार की कब्र पिता सुभानउल्ला अंसारी व मां बेगम राबिया खातून की कब्र के समीप है।

हार्ट अटैक से मुख्तार की मौत

गुरुवार रात बांदा मेडिकल कालेज में हो गई थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव शुक्रवार देर रात करीब दो बजे मुहम्मदाबाद पहुंचा। शनिवार को नमाजे जनाजा के बाद शव पैतृक आवास से कब्रिस्‍तान ले जाया गया। इस दौरान लोगों की बड़ी संख्या में मौजूदगी रही। 

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3000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। परिवार के लोगों के अलावा किसी को भी कब्रिस्तान के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।

मुख्तार के बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी, पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, भतीजे मुहम्मदाबाद के विधायक सुहेब अंसारी, बेटा उमर अंसारी सहित सभी ने मुख्तार के कब्र पर मिट्टी देकर अंतिम विदाई दी।

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