प्रधान, लेखपाल व सचिव जगाएंगे स्वच्छता की अलख

जागरण संवाददाता, बांदा : ग्राम पंचायतों में स्वच्छता की अलख जगाने का दायित्व अब ग्राम प्रधान के साथ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 10:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 10:15 PM (IST)
प्रधान, लेखपाल व सचिव जगाएंगे स्वच्छता की अलख
प्रधान, लेखपाल व सचिव जगाएंगे स्वच्छता की अलख

जागरण संवाददाता, बांदा : ग्राम पंचायतों में स्वच्छता की अलख जगाने का दायित्व अब ग्राम प्रधान के साथ सचिवों व लेखपालों का भी होगा। वे स्वेच्छा ग्रहियों के साथ घर-घर जाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे। स्वेच्छाग्राहियों को सायंकालीन निगरानी को टार्च व सीटी मिलेगी। डीएम ने बुधवार को शहर के एक होटल में आयोजित स्वेच्छा ग्रहियों की कार्यशाला में उन्हें ये दायित्व सौंपे। कहा कि प्रभात फेरियां निकालें और शाम को निगरानी करें। चौपाले भी आयोजित कराएं।

डीएम हीरालाल ने कार्यशाला में कहा कि गांव तभी खुले में शौचमुक्त होगा जब घर-घर जागरूकता आएगी। ग्रामों की निगरानी समितियों का गठन कराया जाए। प्रधान व सचिव ग्राम पंचायतों में पर्याप्त प्रशिक्षित राजमिस्त्री उपलब्ध कराएं। कहा कि समुदाय को अच्छी गुणवत्ता के व्यक्तिगत शौचालयों के निर्माण के लिए सक्रिय करना है। डीएम ने प्रभात फेरियां निकलाने, सायंकालीन निगरानी व रात्रि चौपालों पर भी जोर दिया। डीपीआरओ संजय कुमार यादव से उन्होंने कहा कि निर्मित शौचालयों की जियो टै¨गग जरूर कराएं। गांवों में साफ-सफाई व निगरानी समितियों को सक्रिय करें। कहा कि हम सभी की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि साफ-सफाई रखें। वातावरण को शुद्ध बनाएं ताकि हमें शुद्ध आक्सीजन मिल सके। जब तक हर आदमी जागरूक नहीं होगा पूरी तरह स्वच्छता नहीं आ सकती। कहा कि लेखपाल और सचिव प्रधान के साथ घर-घर जाएं और लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर मध्याह्न भोजन के पहले बच्चों को साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करें। सीडीओ हीरालाल ने कहा कि हर गांव में एक स्वेच्छाचारी होना चाहिए। खासकर महिला। कहा कि किसी भी सरकारी व अ‌र्द्ध सरकारी कर्मी से स्वेच्छाग्राही का कार्य लिया जा सकता है। सभी स्वेच्छाग्राही सामुदायिक गतिशीलता के लिए प्रभावी प्रयास तथा सुरक्षित शौचालय की तकनीक के संबंध में प्रयास करें। डीपीआरओ से कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) को लेकर जगह-जगह पर कैंप लगाए जाएं तथा स्वेच्छाग्राहियों को एक टार्च और एक सीटी भी दी जाए।

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