बीते पांच साल, अस्पताल न बनने का मलाल

क्षेत्र के ग्राम पंचायत ओवरीडीह में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पांच साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। जिससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं नसीब नहीं हो पा रहीं हैं। जिम्मेदार अस्पताल भवन का निर्माण पूरा कराने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वर्ष 2012-13 में करीब 32 लाख रुपये की लागत से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण शुरू कराया था। अस्पताल के अभाव में क्षेत्र के जाफरपुर, ऐदहा, मीरपुर, मुंडामाफी, मद्दोघाट गांव के लोगों को इलाज के लिए सीएचसी सादुल्लाहनगर जाना पड़ता है। मतीन अहमद, अली अहमद, आर•ाू काजमी, तुलाराम, प्रदीप कुमार, इंद्रजीत ¨सह, जावेद, रिजवान व सत्य प्रकाश ने बताया कि पांच साल पहले अस्पताल का निर्माण शुरू होने पर ग्रामीणों को सुलभ इलाज की आस जगी थी, लेकिन निर्माण कार्य पूरा न होने से लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता जा रहा है। सीएचसी अधीक्षक मंशालाल ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधूरे भवन को पूरा कराने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 11:18 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 11:18 PM (IST)
बीते पांच साल, अस्पताल न बनने का मलाल
बीते पांच साल, अस्पताल न बनने का मलाल

बलरामपुर : क्षेत्र के ग्राम पंचायत ओवरीडीह में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पांच साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। जिससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं नसीब नहीं हो पा रहीं हैं। जिम्मेदार अस्पताल भवन का निर्माण पूरा कराने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

वर्ष 2012-13 में करीब 32 लाख रुपये की लागत से अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण शुरू कराया था। अस्पताल के अभाव में क्षेत्र के जाफरपुर, ऐदहा, मीरपुर, मुंडामाफी, मद्दोघाट गांव के लोगों को इलाज के लिए सीएचसी सादुल्लाहनगर जाना पड़ता है। मतीन अहमद, अली अहमद, आर•ाू काजमी, तुलाराम, प्रदीप कुमार, इंद्रजीत ¨सह, जावेद, रिजवान व सत्य प्रकाश ने बताया कि पांच साल पहले अस्पताल का निर्माण शुरू होने पर ग्रामीणों को सुलभ इलाज की आस जगी थी, लेकिन निर्माण कार्य पूरा न होने से लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता जा रहा है। सीएचसी अधीक्षक मंशालाल ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधूरे भवन को पूरा कराने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।

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