ईआरपी के माध्यम से भेजी जाएंगी गन्ना पर्चियां

वर्तमान पेराई सत्र में गन्ना पर्चियों का निर्गमन ईआरपी के माध्यम से समितियों द्वारा किया जाएगा। समिति के समस्त

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Sep 2019 10:35 PM (IST) Updated:Fri, 13 Sep 2019 06:37 AM (IST)
ईआरपी के माध्यम से भेजी जाएंगी गन्ना पर्चियां
ईआरपी के माध्यम से भेजी जाएंगी गन्ना पर्चियां

बलरामपुर : वर्तमान पेराई सत्र में गन्ना पर्चियों का निर्गमन ईआरपी के माध्यम से समितियों द्वारा किया जाएगा। समिति के समस्त वैधानिक सदस्यों को गन्ना आपूर्ति करने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए गन्ना सर्वेक्षण कार्य समाप्त होने के बाद ग्रामवार सट्टा प्रदर्शन किया गया। शिकायतों का निस्तारण करते हुए सट्टे से संबंधित समस्त सूचनाएं 35 कॉलम में कृषकों को उपलब्ध कराई गईं।

जिला गन्ना अधिकारी आरएस कुशवाहा ने बताया कि 11 से 19 सितंबर तक जिले के प्रत्येक गन्ना किसान को प्री-कैलेंडर का वितरण किया जा रहा है। यदि अब भी कोई त्रुटि या कमी रह गई हो, तो उसका निस्तारण अपने क्षेत्र से संबंधित गन्ना पर्यवेक्षक, समिति व परिषद कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर सुधार करा लें। नए सदस्य एवं उपज बढ़ोतरी आवेदन पत्र की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। जिन किसानों ने अब तक घोषणा पत्र न जमा किया हो, वह कर दें। अन्यथा सट्टा संचालन नहीं किया जाएगा। दी जानकारी

गैंड़ास बुजुर्ग : बजाज चीनी मिल इटई मैदा के गन्ना प्रबंधक के अगुवाई में किसानों को ट्रेंच विधि से सहफसली खेती की विधि बताई गई। वरिष्ठ प्रबंधक व प्रबंधक गन्ना आर एस मिश्र ने बासूपुर में किसानों को बताया कि अगेती प्रजाति 0238 की बोआई सहफसली के साथ करने से लागत घट जाती है। आय दोगुनी हो जाती है। ट्रेंच विधि से गन्ने के साथ लाही, मटर, चना, आलू, गोभी, धनिया शरदकालीन फसलों की खेती की जा सकती है। कृषक हबीब खां, दद्दन चौधरी, आइजी चौधरी, एसपी शुक्ल मौजूद रहे।

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