फोन रिसीव न करने को लेकर डीएम व अधिशासी अभियंता में ठनी

बलरामपुर : जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता (विद्युत) के बीच तलवारें खीची हैं। अधिशासी अभियंता के कार्यप

By Edited By: Publish:Mon, 27 Oct 2014 11:49 PM (IST) Updated:Mon, 27 Oct 2014 11:49 PM (IST)
फोन रिसीव न करने को लेकर डीएम व अधिशासी अभियंता में ठनी

बलरामपुर : जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता (विद्युत) के बीच तलवारें खीची हैं। अधिशासी अभियंता के कार्यप्रणाली से क्षुब्ध डीएम ने बिजली विभाग के आला अफसरों को कार्रवाई के लिए पत्राचार शुरू कर दिया है। अधिशासी अभियंता ने डीएम के इस पैंतरे का जवाब मोबाइल फोन गायब होने की सूचना दर्ज करा कर दी है। दोनों अधिकारियों में आपसी खींचतान बढ़ती जा रही है।

अधिशासी अभियंता एसके ओझा की कार्यप्रणाली को लेकर जिलाधिकारी मुकेश चंद्र खफा हैं। उनका कहना है कि अधिशासी अभियंता अपने कार्यालय पर मौजूद नहीं रहते हैं। सरकारी मोबाइल नंबर पर फोन करने पर भी रिसीव नहीं करते हैं। जिले में बिजली तार काफी पुराने व जर्जर लगे हैं। बिजली आपूर्ति ठप होने पर या घर में यांत्रिक खराबी होने पर भी अधिशासी अभियंता नहीं मिलते हैं। गत दिनों पचपेड़वा विद्युत उपकेंद्र में ट्रांसफार्मर खराबी के कारण बिजली आपूर्ति बंद थी। बिजली कटौती को लेकर उपभोक्ता काफी आक्रोशित थे। ट्रांसफार्मर बदलने की जानकारी के लिए जब अधिशासी अभियंता को फोन मिलाया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। बताया गया कि पचपेड़वा विद्युत उपकेंद्र पर मौजूद हैं। वहां दारोगा भेजा गया तो वह मौजूद नहीं मिले। अधिशासी अभियंता सहित उनके अधीनस्थ एसडीओ व अवर अभियंता भी फोन जल्दी रिसीव नहीं करते हैं। अफसरों का फोन नहीं उठाते हैं तो फिर उपभोक्ताओं का फोन कौन रिसीव करता होगा। बिजली विभाग के अधिकारी समय से अपने कार्यालयों में नहीं बैठते हैं। आम उपभोक्ताओं की सुनने वाला वहां कोई नहीं है। इस कार्यप्रणाली को लेकर डीएम काफी नाराज हैं।

अधिशासी अभियंता विद्युत की कार्यप्रणाली उपभोक्ता हित में ठीक नहीं है। उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया था। स्पष्टीकरण का उन्होंने आठ पेज में अपनी छात्र जीवन की कहानी सहित जवाब दिया है। बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों को कार्रवाई की संस्तुति सहित पत्र लिखा है। मंडलायुक्त को भी स्थिति से अवगत कराया गया है।

- मुकेश चंद्र

जिलाधिकारी

मेरा मोबाइल फोन पचपेड़वा से बलरामपुर (आवास) के बीच कहीं गिर गया। इसकी सूचना कोतवाली नगर में उसी दिन 21 अक्टूबर को ही दे दी गई थी। दूसरा सिमकार्ड जारी होने में दो दिन का समय लग गया। इस दौरान मोबाइल फोन बंद रहा है। इसको लेकर डीएम साहब नाराज हैं। जब मोबाइल फोन गिर गया तो ऐसे में फोन कैसे रिसीव होगा। बिजली व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है। नियमित कार्यालय पर समय से बैठता हूं।

- एसके ओझा

अधिशासी अभियंता, बलरामपुर

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