शिवपुर-नौरंगा सेतु को बने सात पिलर, जलस्तर बढ़ने से काम रोका

जागरण संवाददाता दोकटी (बलिया) गंगा नदी पर शिवपुर-नौरंगा के सामने यूपी-बिहार को जोड़न

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 05:51 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 05:51 PM (IST)
शिवपुर-नौरंगा सेतु को बने सात पिलर, जलस्तर बढ़ने से काम रोका
शिवपुर-नौरंगा सेतु को बने सात पिलर, जलस्तर बढ़ने से काम रोका

जागरण संवाददाता, दोकटी (बलिया) : गंगा नदी पर शिवपुर-नौरंगा के सामने यूपी-बिहार को जोड़ने वाले सेतु के निर्माण कार्य में बिहार सरकार से एनओसी मिलने के बाद तेजी आई थी, लेकिन इधर गंगा नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण सेतु निगम को कार्य रोकना पड़ा। फरवरी से इस सेतु का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। छह माह में सात पिलर बन गए हैं। सेतु में कुल 19 पिलर बनने हैं। निर्माण की अवधि तीन साल है। इस प्रोजेक्ट हर कोई खुश है। लोगों ने बताया कि शिवपुर कपूर दियर निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक स्व. विश्वनाथ सिंह ने 1995 में क्षेत्र भ्रमण पर आये पूर्व पीएम चंद्रशेखर से पुल की मांग किया था। उसी वक्त उन्होंने यहां सेतु निर्माण के लिए लोगों को आश्वस्त किया था। उनकी घोषणा के बाद सर्वे शुरू हो गया लेकिन नदी कटान की वजह से भौगोलिक परिस्थिति बदल गई। सेतु का मामला टल गया। दोबारा 2016 में सेतु का शिलान्यास किया गया। लेकिन दो साल तक निर्माण नहीं शुरू हुआ। मामला यूपी और बिहार सरकार की स्वीकृति पर जाकर अटक गया। अब सभी विवाद समाप्त हो गए हैं।

-------------- सेतु बन जाने से किसानों की राह होगी आसान बैरिया तहसील क्षेत्र के शिवपुर कपूर दियर, जगदीशपुर, नरदरा, भूसौला, बहुआरा, मुरारपुट्टी, ह्रदयपुर, उदयपुर, लुटाईपुर सहित दर्जनों गांव के किसानों को काफी फायदा होगा। किसानों का कहना है कि अभी तक हम लोग नाव से गंगा उस पर जाकर हजारों एकड़ में गंगा इस पार कर किसान अपने खेत की बोआई तो कर आते थे लेकिन उनकी फसल घर नहीं आ पाती थी। फसल तैयार होने पर बिहार दबंग किसान फसल काट ले जाते थे।

--------------- नंबर गेम 1884.40 : मीटर सेतु की लंबाई 23354.91: लाख स्वीकृति लागत 18209.47 : लाख सेतु अंश 4145.44 : लाख पहुंच मांर्ग अंश 19 : पिलर का होगा सेतु

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सेतु का निर्माण तीन साल में पूरा होगा। इसकी सारी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। एनओसी के चलते निर्माण कार्य में विलंब था, अब यूपी-बिहार दोनों तरफ से स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। रामविलास राम, सहायक अभियंता, सेतु निगम

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