मोदी ने बागी धरती से जोड़ लिया नेह का नाता
ठेठ भोजपुरिया अंदाज में बागी धरती व उसके सपूतों को नमन कर एक बार फिर मोदी ने जनपदवासियों के दिल पर हाथ रख दिया। भृगु बाबा की जयकार के साथ मंगल पांडेय चित्तू पांडेय व कुंवर सिंह के सम्मान में सर झ़ुकाने के बाद मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर को याद करना भी नहीं भूले। खुले मंच से चन्द्रोखर के सम्मान में कहे गए चंद शब्द पलभर में मौजूद लोगों के दिल को झंकृत कर दिया। जनपद के ऐतिहासिक धरोहरों से नाता जोड़ कर मोदी ने न
सुधीर तिवारी, बलिया
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माल्देपुर की सभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने बागी धरतीवासियों का मोह लिया मन। ठेठ भोजपुरिया अंदाज में बागी धरती व उसके सपूतों को नमन कर एक बार फिर मोदी ने जनपदवासियों के दिल पर हाथ रख दिया। भृगु बाबा की जयकार के साथ मंगल पांडेय, चित्तू पांडेय व कुंवर सिंह के सम्मान में सिर झ़ुकाने के बाद मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को याद करना भी नहीं भूले। खुले मंच से चंद्रशेखर के सम्मान में कहे गए चंद शब्द पलभर में मौजूद लोगों के दिल को झंकृत कर गए। जनपद के ऐतिहासिक धरोहरों से नाता जोड़ कर मोदी ने न सिर्फ यहां से अपने लगाव को पुख्ता करने का प्रयास किया, बल्कि क्रांतिकारी धरती के इन महापुरुषों का सच्चा झंडाबरदार बनने का स्पष्ट संकेत भी दिया।
मोदी की विजय संकल्प रैली के दौरान कार्यकर्ताओं में भी गजब का उत्साह दिखा। पूरे कार्यक्रम के दौरान मोदी-मोदी के नारे गूंजते रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपने तरकस के हर उस तीर को छोड़ा जो सीधे दिल पर दस्तक दे रही थी। खासकर भाषण के दौरान पूर्व पीएम चंद्रशेखर का जिक्र करना कई राजनीतिक कयासों को जन्म दे रहा है। विशेषकर तब, जब सपा ने पूर्व पीएम चंद्रशेखर के पुत्र व पूर्व सांसद नीरज शेखर का टिकट काट दिया हो। हालांकि जनपद की राजनीति के धुरी रहे युवा तुर्क चंद्रशेखर के नाम पर बलिया के जज्बातों से खेलने की पुरानी परंपरा रही है, लेकिन इस बार मोदी ने चंद्रशेखर का जिक्र कर जनपद की राजनीति को नया आयाम दे दिया। रैली स्थल से बाहर आते हर व्यक्ति की जुबा पर मोदी का यह उद्घोष था। इसके कई राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जा रहे थे।
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