काम न मिलने से खफा मनरेगा मजदूरों का प्रदर्शन

जासं रसड़ा (बलिया) सरकार मनरेगा मजदूरों सहित प्रवासी श्रमिकों को गांव में ही मनरेगा के तहत रोजगार देने का दावा कर रही है। वहीं रसड़ा तहसील क्षेत्र में आलम यह है कि प्रवासी मजदूर तो दूर जाबकार्ड धारकों को भी ग्राम प्रधान रोजगार देने में असम‌र्थ्य साबित हो रहे हैं जिस कारण श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी के लिए विकट समस्या खड़ी हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 06:34 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:04 AM (IST)
काम न मिलने से खफा मनरेगा मजदूरों का प्रदर्शन
काम न मिलने से खफा मनरेगा मजदूरों का प्रदर्शन

जासं, रसड़ा (बलिया) : सरकार मनरेगा मजदूरों सहित प्रवासी श्रमिकों को गांव में ही मनरेगा के तहत रोजगार देने का दावा कर रही है। वहीं रसड़ा तहसील क्षेत्र में आलम यह है कि प्रवासी मजदूर तो दूर जाबकार्ड धारकों को भी ग्राम प्रधान रोजगार देने में असम‌र्थ्य साबित हो रहे हैं जिस कारण श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी के लिए विकट समस्या खड़ी हो गई है।

मंगलवार को रसड़ा ब्लाक मुख्यालय पर अठिलापुरा ग्राम सभा की दो दर्जन से अधिक जाबकार्ड धारक मनरेगा महिला व पुरूष मजदूरों ने प्रदर्शन किया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि द्वारा मात्र चार दिन काम दिए जाने और उसके बाद हटा दिए जाने से खफा होकर ये मनरेगा मजदूर ब्लाक मुख्यालय पहुंचकर बीडीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किए। मनरेगा मजदूर अतवरिया देवी, गीता, कुसुम, संगीता देवी, लीला, बबिता, सुधा आदि ने प्रदर्शन कर बीडीओ को पत्रक देकर मनरेगा के तहत काम दिलाए जाने की मांग की। खंड विकास अधिकारी ने सकारात्मक कदम उठाये जाने का आश्वासन दिया।

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