खतरा बने प्रवासी कामगार, एक और मिला पॉजिटिव

सोमवार को जिले के दस अलग-अलग इलाके से 16 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद अगले दिन यानी मंगलवार को एक और नया मामला सामने आ गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक उक्त

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 06:11 PM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 06:11 PM (IST)
खतरा बने प्रवासी कामगार, एक और मिला पॉजिटिव
खतरा बने प्रवासी कामगार, एक और मिला पॉजिटिव

जागरण संवाददाता, बलिया : सोमवार को जनपद के दस अलग-अलग इलाकों से 16 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद अगले दिन यानी मंगलवार को एक और नया मामला सामने आ गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक उक्त व्यक्ति पंदह ब्लाक क्षेत्र के एकइल गांव का है। एक और पॉजिटिव केस मिलने के बाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 31 हो गई है।

जिलाधिकारी एचपी शाही ने बताया कि एकइल को भी कंटेन्मेंट जोन बना दिया गया है। इस प्रकार अब कुल कंटेंमेंट जोन की 19 हो गई है। उधर कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती संख्या जहां जिला प्रशासन के लिए चुनौती बनती जा रही है वहीं संबंधित इलाकों में हड़कंप की स्थिति है। पिछले 11 मई को पहला कोरोना पॉजिटिव केस मिला था। उसके बाद 15 मई को नौ तथा 25 मई को 16 नये मामले सामने आए। चूंकि सभी मामले बाहर से घर वापसी किए लोगों से संबंधित हैं। लिहाजा, लॉकडाउन के दौरान गैर प्रांतों से यहां आने वाले प्रवासियों को लोग अब जिले की सेहत के लिये खतरा है। खतरा बनकर उभरे प्रवासी

लॉकडाउन के बाद से ही गैर प्रांतों से प्रवासियों का जनपद आगमन शुरू हो गया था। इस दौरान भारी संख्या में श्रमिक मुंबई, राजकोट, दिल्ली, कोलकाता, सिकंदराबाद, अहमदाबाद, कोल्हापुर आदि कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से हजारों की संख्या में कामगार यहां पहुंचे हैं। जो जिले की आबोहवा व सेहत के लिए खतरा बन गए हैं। जिले के नगरीय क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों मे प्रवासी मजदूर की आवाजाही आज भी बदस्तूर जारी है। हालात यह है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की चेनपुलिग कर प्रवासी सीधे घर पहुंच जा रहे हैं। इनका न तो स्वास्थ्य परीक्षण हो रहा है और न ही प्रशासन इनकी कोई सूची तैयार कर पा रहा है। इनको लेकर गांव से लेकर शहर के मोहल्ले तक में संकट के बादल मड़राने लगे हैं। इस बात को लेकर आये दिन लोगों में झड़प भी हो रही है लेकिन न तो जिला प्रशासन इस पर ध्यान दे रहा है और न ही कागजों में सिमटी निगरानी समितियां। एकांतवास में नियमों की उड़ रही धज्जियां

यूं तो प्रशासन कामगारों को होम क्वारंटाइन में रहने का फरमान जारी कर रखा है लेकिन निर्देशों की जमकर धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं। नियमों को ताख पर रख कर प्रवासी बाहर घूमते दिख जा रहे हैं। इसके अलावा जिले के भीमपुरा, बैरिया, रेवती व बांसडीह क्षेत्र में एकांतवास को रखे गये प्रवासी लोगों द्वारा पार्टी मनाना, नदी में स्नान करना व बाहर घूमने का मामला भी प्रकाश में आ चुका है।

मंगलवार को रेवती में एक कोरोना पॉजिटिव युवक के खिलाफ लॉकडाउन उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करना इसकी पूरी तस्दीक करता है। ये घटनाएं कहीं न कहीं जिला प्रशासन की असफलता को इंगित कर रही है।

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