Ballia Lok Sabha Seat: आइएनडीआइए की घेराबंदी से BJP की राह में कई रोड़े, समझें क्या कहते हैं समीकरण

Ballia Lok Sabha Seat पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के लिए जानी जाती है। 2014 में भाजपा के भरत सिंह तो 2019 वीरेंद्र सिंह मस्त सांसद बने। इस बार आइएनडीआइए की ओर से भाजपा की घेराबंदी है। 2022 के विधानसभा चुनाव में बलिया जनपद का आंकड़ा देखें तो विपक्ष ने भी अपनी मजबूती का एहसास कराया था। पांच में चार सीटें जीत ली थीं। पेश है बलिया से लवकुश सिंह की रिपोर्ट...।

By Lovkush Singh Edited By: Nitesh Srivastava Publish:Thu, 18 Apr 2024 03:07 PM (IST) Updated:Thu, 18 Apr 2024 03:07 PM (IST)
Ballia Lok Sabha Seat: आइएनडीआइए की घेराबंदी से BJP की राह में कई रोड़े, समझें क्या कहते हैं समीकरण
Ballia Lok Sabha Seat: आइएनडीआइए की घेराबंदी से BJP की राह में कई रोड़े

HighLights

  • 15, 519 मतों के अंतर से विजयी हुए भाजपा के उम्मीदवार अब बदला परिदृश्य

लवकुश सिंह, बलिया। Ballia Lok Sabha Seat में सदर, बैरिया, फेफना और गाजीपुर के दो विधानसभा क्षेत्र मुहम्मदाबाद और जहूराबाद हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में मात्र एक सीट बलिया सदर में भाजपा विजयी रही। तीन सीट बैरिया, फेफना और गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में सपा के विधायक जीते। जहूराबाद सीट सुभासपा के खाते में गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के वीरेंद्र सिंह मस्त ने सपा प्रत्याशी सनातन पांडेय को मात्र 15,519 मतों के अंतर से हराया था। सपा और बसपा ने मिलकर टक्कर दी थी।

इस बार सपा और बसपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में वोटों का बिखराव भी निश्चित है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी सभी अलग-अलग थे। इस कारण पांच विधानसभा क्षेत्रों के वोटों को जोड़ दिया जाए तो भाजपा को 3,11,217 वोट मिले। सपा और सुभासपा मिलकर 4,78,417 वोट, कांग्रेस ने 9679 वोट हासिल किए थे। उस चुनाव में सुभासपा सपा के साथ थी, अब भाजपा के साथ है।

आम आदमी पार्टी को पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 2444 वोट मिले। इस हिसाब से देखा जाए तो विपक्षी आइएनडीआइए सपा, कांग्रेस और आप को मिला दिया जाए तो भाजपा के लिए बलिया सीट चुनौतिपूर्ण होगी।

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 4,69,114 वोट, सपा व बसपा गठबंधन को 453595 वोट और सुभासपा को 35,900 वोट मिले थे। कांग्रेस की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं दिया गया था। 10 प्रत्याशियों में भाजपा और सपा में ही सीधी टक्कर थी। वैसे राजनीति में दो और दो हर बार चार नहीं होते। बहुत सी परिस्थितियां, प्रत्याशी, जाति समीकरण आदि कार्य करता है। फिर भी लड़ाई कांटे की होगी।

ब्राह्मण व पिछड़ी जाति निर्णायक

बलिया संसदीय सीट पर ब्राह्मण, क्षत्रिय, यादव, अल्पसंख्यक, राजभर बहुल्य है। ब्राह्मण व पिछड़ी जाति मतदाता निर्णायक होते हैं। यहां दल के हिसाब से जातिगत गोलबंदी भी हर साल देखी जाती है।

2019 का चुनाव परिणाम

वीरेंद्र सिंह मस्त भाजपा 4,69,114
सनातन पांडेय सपा 4,53,595
विनोद सुभासपा 35,900
नोटा 9,615

तीन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा दो में सपा रही आगे

2019 के लोकसभा चुनाव में बलिया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पांच विधानसभा क्षेत्रों में बैरिया, बलिया नगर और फेफना में भाजपा आगे थी। गाजीपुर की दो सीटों मुहम्मदाबाद और जहूराबाद में सपा आगे रही थी। उस चुनाव में बलिया सीट पर कांटे की टक्कर थी।

बलिया लोकसभा क्षेत्र में मतदाता

कुल 19,12, 864
पुरुष मतदाता 10,26,474
महिला मतदाता 8,86,316
थर्ड जेंडर मतदाता 74
मतदान केंद्र की संख्या 1057
बूथों की संख्या 1807
chat bot
आपका साथी