लेमन ग्रॉस लगाइए, सेहत के साथ आमदनी बढ़ाइए

बहराइच : लेमन ग्रॉस यानी नींबू घास। यह आपके स्वास्थ्य के साथ ही आमदनी बढ़ाने में कारगर साि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 12:05 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 12:05 AM (IST)
लेमन ग्रॉस लगाइए, सेहत के साथ आमदनी बढ़ाइए
लेमन ग्रॉस लगाइए, सेहत के साथ आमदनी बढ़ाइए

बहराइच : लेमन ग्रॉस यानी नींबू घास। यह आपके स्वास्थ्य के साथ ही आमदनी बढ़ाने में कारगर साबित होगी। इसकी खेती कर किसान प्रति हेक्टेअर तीन से चार लाख रुपये की आमदनी कर सकते हैं। इसके सेवन से बुखार, खांसी समेत अन्य गंभीर रोगों से भी निजात मिलेगी। कम लागत में की जाने वाली इस खेती से किसान आर्थिक स्वावलंबन की इबारत लिख सकते हैं।

यह घास आमतौर पर खेतों में झाड़-झंखाड़ के रूप में पाई जाती है। माला बार व कोचीन घास भी कहते हैं। इसका स्वाद खट्टा होने के कारण इसे नींबू घास कहा जाता है। इसका तेल निकलता है। तीन से चार लाख रुपये तक हो सकती है आमदनी लेमन घास की बोआई कर प्रति हेक्टेअर तीन से चार लाख रुपये आमदनी की जा सकती है। इसका तेल निकाला जाता है। एक लीटर तेल की कीमत 1200 से 1400 रुपये प्रति लीटर बिकती है। कई कंपनियां इसे खरीदती हैं। सौंदर्य के सामान बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। एक हेक्टेअर में तकरीबन एक लाख रुपये लागत लगती है। छह माह में इससे तेल निकाला जा सकता है। एक बार बोआई में पांच वर्ष तक चलेगी फसल लेमन नींबू घास की बोआई आमतौर पर नवंबर माह में की जाती है। इस पर न तो बाढ़ का खतरा रहता है और न ही जानवर ही इसे खाते हैं। एक हेक्टेअर में इसकी पत्तियों से तकरीबन 50 से 60 लीटर तेल निकलता है। कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का यह भी एक अच्छा जरिया माना जाता है। हर्बल टी के रूप में भी कर सकते हैं प्रयोग चाय के रूप में भी इसकी पत्तियों को पीने से स्वास्थ्य को काफी फायदा होता है। बुखार, खांसी समेत अन्य बीमारियों में भी इसका सेवन करने से लाभ होता है। इसे हर्बल टी के रूप में भी जाना जाता है। साबुन बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। उद्यान विभाग भी करता है मदद जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ ने बताया कि लेमन ग्रास किसानों की आय बढ़ाने का अच्छा जरिया है। इसकी खेती में आने वाली कठिनाइयों पर विभाग के अधिकारी व वैज्ञानिक किसानों की हरसंभव मदद करते हैं। वैज्ञानिकों की ओर से जरूरी जानकारियां भी दी जाती हैं।

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