नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़क पर उतरी सपा

पार्टी कार्यालय के सामने बाईपास पर लगाया जाम किया प्रदर्शन जमीअत उलमा ने भी प्रदर्शन कर एनआरसी का किया विरोध सौंपा ज्ञापन चित्र परिचय - 19 बीआरएच 11 व 22 में फोटो है। जासं बहराइच नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सपा व जमीअत उलमा ने सड़क पर उतरकर विरोध किया। प्रदर्शन कर सीआरओ व सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। सपा कार्यकर्ताओं को जब पुलिस ने पार्टी कार्यालय के सामने रोक लिया तो कार्यकर्ता बाईपास पर धरने पर बैठ गए। सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लगभग तीन घंटे बाईपास पर आवागमन ठप रहा। नागरिकता संशोधन कानून समेत 1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Dec 2019 11:00 PM (IST) Updated:Fri, 20 Dec 2019 06:03 AM (IST)
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़क पर उतरी सपा
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सड़क पर उतरी सपा

संसू, बहराइच : नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सपा व जमीअत उलमा ने सड़क पर उतरकर विरोध किया। प्रदर्शन कर सीआरओ व सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। सपा कार्यकर्ताओं को जब पुलिस ने पार्टी कार्यालय के सामने रोक लिया तो कार्यकर्ता बाईपास पर धरने पर बैठ गए। सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लगभग तीन घंटे बाईपास पर आवागमन ठप रहा।

नागरिकता संशोधन कानून समेत 18 सूत्री मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। धरना-प्रदर्शन के लिए कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने बैरिकेडिग कर पार्टी कार्यालय के सामने ही उन्हें रोक दिया। सपा कार्यकर्ता कार्यालय के सामने बाईपास पर धरने पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान बाईपास पर जाम लगा रहा। सीआरओ प्रदीप कुमार यादव व एएसपी मौके पर पहुंच गए। सपाइयों ने उन्हें 18 सूत्री ज्ञापन सौंपा। सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनरायन यादव ने कहा कि प्रदेश में अराजकता की स्थिति है। किसान, मजदूर, नौजवान, व्यापारी, छात्र-छात्राएं, महिलाएं, अल्पसंख्यक सभी लोग दहशत भरे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। बेरोजगारी, महंगाई, दुष्कर्म, हत्याएं व महिलाओं का उत्पीड़न चरम पर है। ध्वस्त कानून व्यवस्था और नागरिकता संशोधन कानून से समाज को बंटने का खतरा आदि अनेक समस्याएं विकराल रूप लेकर खड़ी हैं। निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष देवेशचंद्र मिश्र, पूर्व विधायक रामतेज यादव, शब्बीर वाल्मीकि, राजेश तिवारी, जयंकर सिंह, नंदेश्वर यादव, राकेश टेकड़ीवाल ने कहा कि दुष्कर्म और हत्याओं के दोषियों को घटना के 30 दिन के अंदर दंड देने का कार्य किया जाना चाहिए। धान क्रय केंद्रों पर किसानों से धान खरीद न करके बिचौलियों के माध्यम से खरीदा जा रहा है। किसान औने-पौने दामों पर अपनी उपज को बेच रहे हैं। इस मौके पर रवींद्र तिवारी, अफसाल शानू, सदानंद शुक्ला, निशा शर्मा, नसीबुन्निसा, आनंद सिंह सेंगर, शकील मेकरानी, मुकेश श्रीवास्तव, जफर उल्ला खां बंटी, पूर्व मंत्री बंशीधर बौद्ध आदि मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर जमीअत उलमा के अध्यक्ष मौलाना कारी जुबेर अहमद के नेतृत्व में सीएए के विरोध में काजीपुरा में प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।

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