झमाझम बारिश से तराई हुई तर, किसानों के खिले चेहरे

बदला तेज बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया। 30 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। तीन दिनों के भीतर 100 मिमी मानसूनी बारिश हो चुकी है। इससे धान रोपाई का काम भी तेज हो गया है। तापमान में भी एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहा। आ‌र्द्रता

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jul 2019 11:05 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jul 2019 11:05 PM (IST)
झमाझम बारिश से तराई हुई तर, किसानों के खिले चेहरे
झमाझम बारिश से तराई हुई तर, किसानों के खिले चेहरे

बहराइच : तराई में सुबह से ही बादलों के लुकाछिपी का खेल चलता रहा। पुरवा हवाओं के झोंकों के साथ कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। मौसम बदलने से अधिकतम तापमान एक डिग्री लुढ़क कर 34 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। आ‌र्द्रता बढ़ने से उमस बरकरार रही। बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। धान की रोपाई व बोआई से खेत गुलजार हो रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो उमस बढ़ना अच्छी बारिश के संकेत हैं। अगले 24 घंटे तक बारिश जारी रहेगी।

तराई में तीन दिनों से मानसून सक्रिय है। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह सुबह से ही रुक-रुककर झमाझम बारिश होती रही। शहरी क्षेत्र में भी दोपहर बाद मौसम ने करवट बदला तेज बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया। 40 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। तीन दिनों के भीतर 100 मिमी मानसूनी बारिश हो चुकी है। इससे धान रोपाई का काम भी तेज हो गया है। तापमान में भी एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान 34 व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहा। आ‌र्द्रता 86 फीसद बरकरार रही। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एमवी सिंह ने बताया कि तराई में पूरी तरह से मानसून सक्रिय है। तापमान कम होगा, लेकिन उसम बढ़ने पर ही बारिश अच्छी होगी। किसान धान रोपाई का काम जल्द से जल्द पूरा कर लें। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने 10 दिन पूर्व रोपाई कर दी है, उन फसलों के लिए बारिश का पानी वरदान साबित होगा। इसके अलावा गन्ना व अन्य फसलों के लिए फायदेमंद है।

chat bot
आपका साथी