अवैध फैक्ट्री से ठेकों पर सप्लाई होती है शराब

शहर के न्यू रामनगर में पकड़ी गई शराब बनाने की फैक्ट्री में काम करने वालों ने बताया कि यहां से ठेकों पर शराब सप्लाई होती थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 10:08 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:10 AM (IST)
अवैध फैक्ट्री से ठेकों पर सप्लाई होती है शराब
अवैध फैक्ट्री से ठेकों पर सप्लाई होती है शराब

बागपत, जेएनएन। शहर के न्यू रामनगर में पकड़ी गई शराब बनाने की फैक्ट्री में काम करने वाले चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। आरोपितों से पूछताछ के बाद पुलिस का कहना है कि फैक्ट्री में बनने वाली शराब क्षेत्र में ही शराब के ठेकों और दूसरे स्थानों पर सप्लाई होती थी। फैक्ट्री मालिक के भी कई शराब के ठेके हैं। सवाल यह है कि आबकारी विभाग क्या कर रहा है, जो शहर में धड़ल्ले से शराब की फैक्ट्री में बनी शराब सरकारी ठेकों पर सप्लाई हो रही है।

कोतवाली प्रभारी अजय कुमार शर्मा ने बताया कि शराब की फैक्ट्री में काम करने वाले आशु पुत्र समसूद्दीन निवासी पट्टी तरसिया, दोघट हाल निवासी नई बस्ती निवाड़ा, बबलू पुत्र महीचंद निवासी न्यू रामनगर, बड़ौत, शहजाद पुत्र कल्लू व फुरकान पुत्र रियाजुद्दीन निवासी बड़का को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। फैक्ट्री से देशी शराब की सौ पेटी, 31,200 ढक्कन, 25,970 तोहफा मार्का के रेपर, एल्कोहल से भरा ड्रम, 10 लीटर केरोमल (केमीकल), छह किलो चीनी, कार, सिलेंडर, 460 खाली पव्वे, सात खाली जार आदि भारी मात्रा में सामान बरामद हुआ है। यह कार्रवाई आबकारी विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से की है।

आरोपितों से पूछताछ के हवाले से कोतवाली प्रभारी ने बताया कि शराब की फैक्ट्री मोनू की है, जिसे वह किराए के मकान में चलाता था। मोनू ने शराब के कई ठेके ले रखे हैं। यहां से शराब ठेकों के अलावा दूसरे स्थानों पर भी सप्लाई होती थी। मोनू और उसके दूसरे साथी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। उधर, आरोपितों ने यह भी बताया कि मोनू अक्सर आबकारी विभाग वालों से मिलने की बात करता रहता था।

आबकारी इंस्पेक्टर प्रेम सिंह ने बताया कि उन्होंने ही शराब की अवैध फैक्ट्री पकड़ी है और यह शराब ठेकों पर सप्लाई नहीं होती थी और न ही शराब बनाने वाले विभाग के कर्मचारी आदि से मिलते थे।

chat bot
आपका साथी