किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं: राकेश टिकैत

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत कलक्ट्रेट पर किसानों के धरने में जमकर गरजे। बोले कि किसी सूरत में किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। यदि सरकार ने बकाया गन्ना समेत किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो आंदोलन की राह अपनाकर आरपार की जंग होगी। किसानों से आहवान किया कि जात-पात और संप्रदायवाद से उपर उठकर एकजुट होने का आह्वान किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Jun 2019 10:36 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 10:36 PM (IST)
किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं: राकेश टिकैत
किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं: राकेश टिकैत

बागपत, जेएनएन। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत कलक्ट्रेट पर किसानों के धरने में जमकर गरजे। बोले कि किसी भी सूरत में किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। यदि सरकार ने बकाया गन्ना भुगतान समेत किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया तो आंदोलन की राह अपनाकर आरपार की जंग होगी। किसानों से जाति-पात और संप्रदायवाद से ऊपर उठकर एकजुट होने का आह्वान किया।

भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर के नेतृत्व में किसानों ने गुरुवार को कलक्ट्रेट पर धरना देकर सरकारी तंत्र के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। दोपहर बाद तीन बजे भाकियू प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत किसानों के बीच पहुंचकर गरजे। किसानों को खेतों की सिचाई करने को मुफ्त बिजली देने, बकाया गन्ना भुगतान मय ब्याज कराने, पिछली साल कराए गए बकाया गन्ना भुगतान का ब्याज दिलाने, सभी किसानों को नलकूपों के उर्जीकरण कराने पर अनुदान देने की मांग उठाई। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम में शामिल करने, आलू का समर्थन मूल्य 1200 रुपये प्रति कुंतल करने, सोयाबीन, दलहन, बासमती, मक्का और सब्जियों को भी समर्थन मूल्य के आधीन लाने और किसानों को खरीफ तथा रबी सीजन का ऋण एक साथ देने की मांग जोर दार ढंग से की है।

भाकियू नेता ने कहा कि पॉपुलर, सागौन और यूकेलिप्टिस की लकड़ी बिक्री को ले जाने वाले किसानों का कृषि मंडी समिति और वन विभाग के अधिकारियों ने उत्पीड़न बंद नहीं किया तो हम उन्हें सबक सिखाने में पीछे नहीं रहेंगे। बुंदलेखंड के किसानों का कर्ज माफ करने की मांग उठाते हुए राकेश टिकैत ने किसानों को बेसहारा पशुओं से मुक्ति दिलाने को गांव-गांव गौशाला बनवाने की मांग भी की। किसान सम्मान निधि योजना में राज्य का अंशदान 10 हजार रुपये करने, किसान पेशन योजना चालू कराने, दस साल पुराने ट्रैक्टरों के संचालन पर लगी रोक हटाने, बागपत की चौगामा नहर परियोजना तथा बुंदेलखंड पंचनदा बांध परियोजना को पूरा कराने की मांग भी उठाई।

वहीं, किसानों ने उक्त समस्याओं के निराकरण कराने को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम अनिल मिश्रा को देकर धरना खत्म किया। बाद में शाम 6.30 बजे भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से हुई वार्ता में डीएम पवन कुमार ने समस्याओं का निराकरण का आश्वासन दिया। इस दौरान राजेंद्र प्रधान, ओमकार, शिवदत्त शर्मा, हिम्मत सिंह, चौ. इंद्रपाल सिंह, मांगेराम त्यागी, तेजपाल शर्मा, उपेंद्र तोमर, विजयपाल तथा महेश आदि मौजूद रहे।

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