बारिश में ठिठुरा गोवंश, कितनों की जान पर बनी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोवंश के चारा-पानी और रहन-सहन पर जिले में करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं लेकिन यहां गोवंश तिल-तिल कर मरने को मजबूर हो रहा है। गर्मी के दिनों में कितने ही गोवंश ने चिलचिलाती धूप में दम तोड़ा था तो अब सर्दी का मौसम शुरू हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Nov 2019 09:16 PM (IST) Updated:Fri, 29 Nov 2019 06:10 AM (IST)
बारिश में ठिठुरा गोवंश, कितनों की जान पर बनी
बारिश में ठिठुरा गोवंश, कितनों की जान पर बनी

बागपत, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोवंश के चारा-पानी और रहन-सहन पर जिले में करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं, लेकिन यहां गोवंश तिल-तिल कर मरने को मजबूर हो रहा है। गर्मी के दिनों में कितने ही गोवंश ने चिलचिलाती धूप में दम तोड़ा था तो अब सर्दी का मौसम शुरू हो गया। बुधवार की दोपहर से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसमें हजारों की संख्या में गोवंश ठिठुर रहा है। कुछ ही गोवंश आश्रय स्थल ऐसे हैं जहां टीशेड हैं, लेकिन जिवाना गुलियान, किशनपुर बराल, बदरखा, बड़ौत आदि स्थान ऐसे हैं जहां गोवंश आश्रय स्थल तो बना दिए गए हैं, लेकिन टीन शेड नहीं डाले गए हैं। ऐसे में गोवंशों का सर्दी के कारण बुरा हाल हो रहा है। कितने ही गोवंश बीमार हो गए हैं। ऐसे मौसम में उन्हें पर्याप्त चारा भी नहीं मिल रहा है। सवाल यह है कि जब सरकार ने गोवंश के रहने और खाने का इंतजाम करने के लिए पर्याप्त बजट का इंतजाम कर रखा है तो दयनीय हालत में गोवंशों को क्यों रखा जा रहा है? बीडीओ राहुल वर्मा ने बताया कि क्षेत्र में गोवंश आश्रय स्थल जहां-जहां भी है वहां इंतजाम किए गए हैं।

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