योगी के भाई और भतीजी ने देखी जौहड़ी की निशानेबाजी

जासं, बड़ौत (बागपत) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जन्मभूमि उत्तराखंड के गांव पंचूर में भी निशा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 09:25 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 09:25 PM (IST)
योगी के भाई और भतीजी ने देखी जौहड़ी की निशानेबाजी
योगी के भाई और भतीजी ने देखी जौहड़ी की निशानेबाजी

जासं, बड़ौत (बागपत) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जन्मभूमि उत्तराखंड के गांव पंचूर में भी निशानेबाजी शुरू हो सकती है। इसके लिए योगी के छोटे भाई और परिवार के सदस्य जौहड़ी गांव की बीपी ¨सहल शू¨टग रेंज पहुंचे। उन्होंने निशानेबाजी को करीब से देखा। निशाने भी लगाए। योगी आदित्यनाथ भी अपने बागपत आगमन के दौरान निशानेबाजों का जिक्र जरूर करते हैं।

रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र ¨सह, भतीजी अर्चना बिष्ट व अन्य रिश्तेदार प्रियंका और रिया जौहड़ी गांव में शू¨टग रेंज पर पहुंचे। रेंज के संस्थापक डा. राजपाल ¨सह से उन्होंने निशानेबाजी के खेल के बारे में जानकारी ली। निशानेबाजों से भी बातचीत की। अर्चना बिष्ट, प्रियंका और रिया ने बच्चों के साथ निशाने भी लगाए। गांव पंचूर के पास महायोगी गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय, बिथ्याणी यमकेश्वर पौड़ी गढ़वाल है, जिसमें निशानेबाजी शुरू हो सकती है। हालांकि अभी फाइनल कुछ भी नहीं है। गौरतलब है कि गोरखपुर में भी डा. राजपाल ¨सह शिविर लगाकर बच्चों को निशानेबाजी का अभ्यास करा चुके हैं।

मुख्यमंत्री के भाई महेंद्र ¨सह बिष्ट ने बताया कि जौहड़ी की निशानेबाजी के बारे में बहुत कुछ सुना है इसलिए वह निशानेबाजी को बस देखने के लिए ही आए हैं। कई और भी निशानेबाजी की रेंज भी देखी। डा. राजपाल ¨सह ने बताया कि भविष्य में हो सकता है कि उत्तराखंड में भी निशानेबाजी शुरू करनी पड़ जाए।

उसके बाद वे बरनावा स्थित लाक्षागृह पहुंचे और महाभारतकालीन टीले, गुफा आदि का भ्रमण किया। संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य विजय कुमार ने उन्हें बरनावा का प्राचीन इतिहास बताया और ब्रहमलीन कृष्ण दत्त जी महाराज के प्रवचन आदि के बारे में भी जानकारी दी। सभी मेहमानों ने झुंडपुर गांव में मक्का की रोटी और चने के साग का लुत्फ उठाया।

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