शौहर के कार मांगने पर भरी पंचायत में फोन पर बीबी ने दिया तलाक

दहेज का विवाद तलाक तक पहुंच गया। पंचायत के आदेश पर शौहर ने बीवी को फोन मिलाया। बीवी ने तीन तलाक बोला और शौहर को भी तलाक देना पड़ा।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 27 Jul 2016 08:52 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jul 2016 09:29 AM (IST)
शौहर के कार मांगने पर भरी पंचायत में फोन पर बीबी ने दिया तलाक

बागपत (जेएनएन)। लड़की की रुखसती के बाद दहेज को लेकर शुरू हुआ विवाद तलाक तक पहुंच गया। मामले को लेकर चली मैराथन पंचायत में भी बात नहीं बनी। पंचायत के आदेश पर शौहर ने बीवी को फोन मिलाया। पहले बीवी ने तीन बार तलाक बोला, इसके बाद पंचायत के कहने पर शौहर को भी तलाक देना पड़ा। दहेज मांगने पर पंचायत ने लड़के पक्ष पर 2.75 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।

बागपत के दाहा गांव निवासी समेदीन की बेटी मोहसिना का निकाह 21 जुलाई को नजदीक के ही भगवानपुर नांगल गांव निवासी सत्तार के बेटे आरिफ के साथ हुआ था। बताया जा रहा है कि निकाह के दौरान ही लड़के पक्ष के कुछ लोगों की लड़की वालों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद जब लड़की ससुराल पहुंची तो लड़के पक्ष ने मोहसिना के घर फोन करके उन लोगों को गालियां दी। दहेज में कार मांग भी रख दी। उसी दिन लड़की लड़की मां अनवरी बेगम रिश्तेदारों को लेकर नांगल पहुंच गई। उन लोगों ने लड़के वालों को समझाने का प्रयास किया। जब बात नहीं बनी रात में ही तो लड़की को लेकर दाहा गांव आ गए। 24 जुलाई को इस मामले को लेकर दाहा में पंचायत बैठी। जिसमें लड़के वालों को भी बुलाया गया। पंचायत ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी।

इसके बाद पंचायत ने आरिफ से मोहसिना को फोन करवाया। मोहसिना ने पहले तीन बार तलाक बोला, इसके बाद आरिफ ने भी तलाक दे दिया। प्रधान पति सुशील राणा व पूर्व प्रधान चरण ङ्क्षसह ने बताया कि लड़की ससुराल जाना चाहती थी, लेकिन ससुराल वालों ने दो घंटे में ही अपना रंग दिखा दिया। दहेज की मांग करने पर लड़के पक्ष पर 2.75 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। 26 जुलाई को लड़के वालों ने जुर्माने की धनराशि अदा कर दी। अब गांव वाले मोहसिना की दूसरी शादी करने की तैयारी कर रहे हैं।

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मैंने कार के बदले तलाक दे दिया : मोहसिना

मोहसिना का कहना है कि मैं बिन बाप की बेटी हूं। निकाह के दो घंटे बाद ही जब मेरे शौहर ने दहेज में कार मांग ली तो वह मुझे नागवार गुजरी, जिसके चलते मैंने उसे कार के बजाय तलाक दे दिया। मैंने यह ठीक किया, नहीं पूरी जिंदगी मुझे प्रताडऩाएं झेलनी पड़ती। मोहसिना ने अन्य लड़कियों और महिलाओं से भी अनुरोध किया है कि वह दहेजलोभियों के विरुद्ध आवाज उठाएं। जब तक नारी शक्ति आगे नहीं आएगी, तो महिलाओं पर यह अन्याय होता रहेगा। शादी एक दिन का रिश्ता नहीं है बल्कि, पूरी ङ्क्षजदगी का सवाल है।

मौलाना बोले, मोहसिना ने ठीक किया

बड़ौत के शहर इमाम मौलाना आरिफ-उल-हक का कहना है कि दहेज लोभियों को सबक सिखाना चाहिए। मोहसीना ने यह फैसला ठीक लिया है, वरना उसे पछताना पड़ता। मोबाइल पर यदि मोहसीना ने आरिफ की बात सुनी है तो वह तलाक मान्य होगा। दाहा की जामा मस्जिद के मौलाना मोहम्मद फरमान का कहना है कि फोन पर दोनों ने एक-दूसरे की आवाज सुनकर और पहचान कर ही तलाक बोला है, जो मान्य है।

औरत को तलाक का हक नहीं : उलमा

देवबंदी मुफ्तियों का इस बाबत कहना है कि इस्लाम में तलाक का हक सिर्फ मर्द को है। बीवी अपने शौहर को सीधे तौर पर तलाक नहीं दे सकती है। फतवा आन मोबाइल सर्विस के चेयरमैन व वरिष्ठ मुफ्ती अरशद फारुकी का कहना है कि बीवी द्वारा शौहर को तीन बार तलाक कह देने से तलाक नहीं होता। दारुल इल्म के मोहतमिम मुफ्ती आरिफ उस्मानी का कहना है कि औरत को तलाक देने का हक नहीं है। तलाक का हक सिर्फ मर्द को है। बीवी शरई दारुल कजा में तलाक के लिए केस कर सकती है।

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