किसानों ने जानी फसल उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीक

By Edited By: Publish:Wed, 27 Aug 2014 11:43 PM (IST) Updated:Wed, 27 Aug 2014 11:43 PM (IST)
किसानों ने जानी फसल उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीक

खेकड़ा : कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से सांकरौद गांव में किसानों को उन्नत खेती और फसल उत्पादन की वैज्ञानिक जानकारी दी गई। किसानों ने अपनी समस्या भी वैज्ञानिकों के सामने रखी, जिनका समुचित निदान किया गया।

बुधवार को सांकरौद गांव के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किसान संगोष्ठी में राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद से आए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को बड़ी बारीकी से कृषि उत्पादन की जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिकों में अनुज, कृष्णा प्रताप अरगडे़, शिवाजी दादाभाऊ, वंदिता व रिंकी आदि ने किसानों को गन्ने व धान की फसल के बारे में जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि गन्ने की बुआई करते समय केवल एक आंख की कांची को ही जमीन में रोपित करें, इससे जहां बीज कम लगेगा, वहीं उत्पादन भी अधिक होगा। इस विधि से किसानों को दोहरा लाभ होगा। खेत में नाली बनाकर गन्ना बोने की सलाह दी और सिंचाई करने की भी तकनीक बताई। कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डा. गजेंद्र पाल सिंह ने किसानों को बताया कि बाहर से आए कृषि वैज्ञानिकों ने करीब दस दिन तक क्षेत्र के कई गांवों का अध्ययन किया, खेती करने के तरीके देखे और परंपरागत खेती से होने वाले लाभ व नुकसान की भी जानकारी ली। इस बीच किसानों ने भी अनुभव साझा किए। संगोष्ठी में डा. सीआर प्रजापति, डा. सरिता जोशी, इंजीनियर संजय सिंह ने भी किसानों को जानकारी दी।

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