नवीनीकरण न होने पर लड़खड़ा जाएंगी स्वास्थ्य सेवाएं

जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं अप्रैल से बुरी तरह लड़खड़ाने की संभावना है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 11:47 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 11:47 PM (IST)
नवीनीकरण न होने पर लड़खड़ा जाएंगी स्वास्थ्य सेवाएं
नवीनीकरण न होने पर लड़खड़ा जाएंगी स्वास्थ्य सेवाएं

बदायूं : जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं अप्रैल से बुरी तरह लड़खड़ाने की संभावना है। वजह है कि यूपीएचएसएसपी की ओर से तैनात किए गए 70 चिकित्सक और कर्मचारियों की संविदा 31 मार्च को खत्म होने जा रही है। इनके नवीनीकरण की कोई प्रक्रिया स्थानीय स्तर से लेकर शासन तक अभी शुरू नहीं की गई है। आने वाले दिनों में आचार संहिता भी लग सकती है। यदि नवीनीकरण नहीं हुआ तो स्टाफ यहां से हटने के बाद जिला अस्पताल के कई विभाग के बंद होने की भी नौबत आ खड़ी होगी।

यूपीएचएसएसपी (उत्तर प्रदेश हेल्थ सिस्टम स्ट्रें¨थग प्रोडक्ट) की ओर से जिला अस्पताल में छह डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधक के अलावा फिजियोथेरेपिस्ट, ईसीजी, मोर्चरी असिस्टेंट, लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्सो को मिलाकर तकरीबन 70 लोग यहां संविदा पर काम कर रहे हैं। लगातार आ रही नई मशीनों डिजिटल एक्सरे, पैथोलॉजी मशीन और फिजियोथेरेपी कक्ष आदि सुविधाएं भी इसी स्टाफ के भरोसे चल रही हैं। आपरेशन से लेकर ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं डॉक्टर दे रहे हैं। यह पूरा स्टाफ तीन साल के लिए यहां संविदा पर तैनात किया गया था। 31 मार्च को संविदा का वक्त खत्म होने वाला है। संविदा का नवीनीकरण की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। चुनाव भी करीब है। ऐसे में नवीनीकरण न होने पर स्वास्थ्य सुविधाएं धड़ाम हो जाएंगी। वर्जन

- नवीनीकरण की प्रक्रिया शासन स्तर से की जाती है। स्थानीय स्तर से भी कर्मचारियों ने कोई मांग पत्र आदि नहीं दिया है, जिसे शासन तक पहुंचाया जा सके।

डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएमओ

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