बाढ़ काल में कराए कार्यो में हुई धांधली
बाढ़ काल के दौरान महाबा, चंदनपुर-हसनपुर नदी पर लोगों को दैवीय आपदा से बचाने के कार्यो में धांधली हुई।
बदायूं : बाढ़ काल के दौरान महाबा, चंदनपुर-हसनपुर नदी पर लोगों को दैवीय आपदा से बचाने के लिए कराए गए बांधों के कार्य की अब जांच होगी। बरसात आते ही बाढ़ खंड महकमा यह कहकर पल्ला झाड़ लेता है कि मिट्टी थी इसलिए बह गई। इस वजह से पहले ही टीम का गठन कर सीडीओ ने आदेश-निर्देश जारी किए हैं। बाढ़ खंड को नोटिस जारी किया है कि वह मौके पर ही सभी दस्तावेजों और कार्यदायी संस्था के साथ मिलें। सहायक अभियंता डीआरडीए को जांच टीम में शामिल किया गया है।
पिछले वित्तीय वर्ष में मानसून से पहले बाढ़ से बचाव के नाम पर दो घाटों पर सरकार की ओर से कार्य कराने के लिए धनराशि भेजी गई थी। बाढ़ खंड को इसका जिम्मा दिया गया था कि दोनों घाटों पर पुख्ता इंतजाम कराए जाएं। बजट मिलने के बाद बाढ़ खंड ने जब उसका टेंडर किया तो जिस कार्यदायी संस्था को ठेका दिया। उसका रजिस्ट्रेशन और बैंक गारंटी ही फर्जी निकली। ऐन वक्त पर यह मामला उछला तो बाढ़ खंड ने उस संस्था का टेंडर निरस्त करते हुए बाढ़ काल में ही दूसरी कंपनी को ठेका दे दिया। बाढ़ काल में नियम के तहत किसी का ठेका नहीं किया जा सकता। यह मामला भी तूल पकड़ता रहा लेकिन कोई और रास्ता न होने की वजह से उसी कंपनी से ही काम कराया। इसको किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। बाढ़ का प्रकोप भी नहीं रुका और बाढ़ तबाही मचाती रही। अब बरसात में बाढ़ के इंतजाम धुलने का बहाना न बना दिया जाए इसलिए सीडीओ ने पूरे कार्य की फाइल तलब करते हुए बाढ़ खंड को नोटिस जारी करते हुए जांच शुरू कराई है। वर्जन
- बाढ़ खंड वाले अक्सर बहाना बना देते हैं कि बाढ़ आई और सारा मिट्टी कार्य बह गया, बाढ़ काल में नियम विरुद्ध भी कार्य कराया गया था। इस वजह से बाढ़ खंड को नोटिस जारी किया है। जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
रमेश चंद्र, सीडीओ